गाजीपुर: मरदह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर लाखों रुपये की लागत से मंगाई गई एक्स-रे मशीन अब तक चालू नहीं हो सकी है। आलम यह है कि मशीन को खरीदे जाने के बाद से आज तक उसे खोलने तक की फुर्सत किसी को नहीं मिली।
जब इस बारे में प्रभारी डॉक्टर से पूछा गया तो उन्होंने केवल इतना कहा कि तकनीशियन को फोन किया गया था, लेकिन यह नहीं बताया कि मशीन कब से चालू होगी।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि मरदह बाजार में धड़ल्ले से फर्जी तरीके से अल्ट्रासाउंड और एक्स-रे सेंटर चल रहे हैं। इन केंद्रों से डॉक्टरों को मोटा कमीशन मिलता है। इसी कारण सरकारी अस्पताल की एक्स-रे मशीन को जानबूझकर चालू नहीं कराया गया।
ग्रामीणों का कहना है कि मरीजों को झूठी अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट थमा दी जाती है, जबकि रिपोर्ट तैयार करने वाला डॉक्टर अक्सर मऊ में रहता है। रिपोर्ट कौन बनाता है और किस आधार पर बनती है, इसकी जानकारी किसी को नहीं होती।
सरकार की मंशा के अनुरूप जनता की सुविधा के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कराया गया। लेकिन सुविधाओं के नाम पर एक्स-रे मशीन आज तक बंद है, जबकि केंद्र पर तकनीशियन की भी नियुक्ति है। यदि स्थिति यूं ही बनी रही तो क्षेत्र की जनता इसी तरह फर्जी रिपोर्टों के चक्कर में ठगी जाती रहेगी और परेशान होती रहेगी।

Author: Ujala Sanchar
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