गाजीपुर: जिले में पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल किया गया है। करंडा थानाध्यक्ष शैलेन्द्र प्रताप सिंह को उनके पद से हटा दिया गया है। बढ़ती आपराधिक घटनाओं और पुलिस की कथित लापरवाही के चलते यह कार्रवाई की गई है। अब उन्हें मीडिया सेल में स्थानांतरित कर दिया गया है। उनकी जगह सुहवल थानाध्यक्ष राजनारायण को करंडा थाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
जानकारी के अनुसार, एसपी डॉ. ईरज राजा ने यह निर्णय लगातार मिल रही शिकायतों, स्थानीय लोगों के असंतोष और मीडिया रिपोर्ट्स को ध्यान में रखते हुए लिया है। पिछले कुछ दिनों में करंडा क्षेत्र में चोरी, हमले और विवादों की कई घटनाएं हुईं, जिनसे पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठे।
स्थानांतरण की प्रमुख वजहें
पत्रकार हत्याकांड के गवाह पर हमला — पुलिस की सुस्ती:
पूर्वांचल के चर्चित पत्रकार राजेश मिश्रा हत्याकांड के मुख्य गवाह अमितेश मिश्रा पर फायरिंग की घटना के दौरान थानाध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगे कि उन्होंने सूचना के बावजूद फोन नहीं उठाया और करीब एक घंटे बाद मौके पर पहुंचे।
अंगद यादव के घर चोरी
बयेपुर गांव में अंगद यादव के घर चोरी की वारदात से इलाके में दहशत फैल गई, लेकिन पुलिस अब तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी।
फौजी परिवार के घर चोरी
धरम्मरपुर कोटियां गांव में पूर्व सैनिक के घर चोरी हुई। कई दिन बीतने के बाद भी कोई खुलासा नहीं हुआ, जिससे जनता में आक्रोश है।
चकिया गांव में मारपीट — पुलिस पर पक्षपात का आरोप
चकिया गांव में हुई मारपीट की घटना में पुलिस पर आरोपियों का पक्ष लेने और पीड़ितों की अनदेखी का आरोप लगा। पुलिस द्वारा एक युवक का मोबाइल छीनने की भी शिकायत सामने आई।
मैनपुर विवाद में एकतरफा कार्रवाई
मैनपुर गांव में हुए विवाद में पुलिस द्वारा एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगा, जिसे स्थानांतरण की मुख्य वजहों में गिना जा रहा है।
नई जिम्मेदारी और जनता की उम्मीदें
अब करंडा थाने की कमान राजनारायण के हाथों में है। उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती क्षेत्र में बिगड़ती कानून व्यवस्था को सुधारने और जनता का विश्वास दोबारा जीतने की होगी।
ब्यूरोचीफ – संजय यादव










