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गाजीपुर: महिला सहायता प्रकोष्ठ ने दो बिखरे परिवारों को मिलाया, गिले-शिकवे भुलाकर हुई भावनात्मक विदाई

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गाजीपुर: पुलिस की पहल एक बार फिर बनी मिसाल। पुलिस अधीक्षक डॉ. ईरज राजा के निर्देशन में महिला सहायता प्रकोष्ठ/परिवार परामर्श केंद्र द्वारा पुलिस लाइन परिसर में पति-पत्नी के विवादों की मध्यस्थता हेतु विशेष सत्र आयोजित किया गया। कुल 16 प्रकरणों की सुनवाई की गई, जिसमें 2 लंबे समय से अलग चल रहे परिवारों को समझौते के माध्यम से पुनः मिलाया गया। भावनात्मक माहौल में बिना किसी दबाव के गिले-शिकवे भुलाकर विदाई कराई गई।

कार्यवाही के दौरान 5 प्रकरणों में दोनों पक्षों की अनुपस्थिति के कारण फाइलें बंद कर दी गईं, 3 में मध्यस्थता विफल रहने पर कानूनी कार्यवाही का सुझाव दिया गया, जबकि 2 विवाद आपसी सहमति से समाप्त हुए। अन्य शेष मामलों की सुनवाई के लिए अगली तिथि तय की गई।

इस सराहनीय पहल में विक्रमादित्य मिश्र, वीरेंद्र नाथ राम, कमरुद्दीन, महिला सहायता प्रकोष्ठ प्रभारी शशि सिंह, महिला आरक्षी रागिनी चौबे, अभिलाषा, आरक्षी शिव शंकर यादव और महिला पीआरडी की साधना ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
गाजीपुर पुलिस की यह पहल समाज में सौहार्द और परिवारिक मूल्यों को सहेजने की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम बनकर उभरी है।

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