वाराणसी: राहुल गांधी के साथ हुई अभद्रता के विरोध में वाराणसी में प्रदर्शन की तैयारी कर रहे कांग्रेस नेताओं को प्रशासन ने आधी रात से ही हाऊस अरेस्ट कर लिया। मिर्जापुर जिले के जिला कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. शिव कुमार सिंह पटेल और उनके उपाध्यक्ष गुलाब चंद पाण्डेय समेत दो दर्जन से अधिक कांग्रेस नेता घरों में नज़रबंद कर दिए गए।

रायबरेली घटना के विरोध में तैयारी
रायबरेली में राहुल गांधी के कार्यक्रम के दौरान भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं से हुई झड़प और कांग्रेस नेताओं पर कथित हमले के बाद, उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष अजय राय ने वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन पर विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया था। इसी ऐलान के तहत मिर्जापुर से भी भारी संख्या में कांग्रेसियों के वाराणसी रवाना होने की योजना थी।

पुलिस की रातभर कार्रवाई
स्थानीय अभिसूचना इकाई (एलआईयू) की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने देर रात 10 बजे से ही कार्रवाई शुरू कर दी। धीरे-धीरे जिले के सभी ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्षों और वरिष्ठ नेताओं को हाऊस अरेस्ट कर लिया गया।
कांग्रेस का आरोप – तानाशाही और दमन
जिला कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. सिंह ने कहा कि राहुल गांधी की “वोटर अधिकार यात्रा” को मिल रहे भारी जनसमर्थन से भाजपा घबरा गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार आंदोलन को दबाने की कोशिश कर रही है।
शहर कांग्रेस अध्यक्ष भगवान दत्त पाठक ने कहा कि “वाराणसी चलो” आंदोलन को रोकने के लिए प्रशासन ने तानाशाही रवैया अपनाया है, लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ता इसका जवाब देंगे।
हाऊस अरेस्ट किए गए प्रमुख नेता
हाऊस अरेस्ट किए गए नेताओं में जिला पंचायत सदस्य शिव शंकर चौबे, वरिष्ठ कांग्रेसी राजधर दूबे, किसान कांग्रेस उपाध्यक्ष संजय दूबे, जिला पंचायत सदस्य ई. कृष्ण गोपाल चौधरी, यूपी कांग्रेस सचिव इमरान खान, और कई ब्लॉक अध्यक्ष शामिल हैं।
हालांकि, लालगंज के वरिष्ठ कांग्रेसी शशि भूषण दूबे कंचनीय इलाज के लिए प्रयागराज में होने के कारण इस कार्रवाई से बाहर रहे।

Author: Ujala Sanchar
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