वाराणसी: सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है और इस दौरान बाबा काशी विश्वनाथ मंदिर, वाराणसी में जल चढ़ाने व दर्शन का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि सावन में जो भक्त श्रद्धा व भक्ति से भगवान शिव पर जल चढ़ाता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
काशी विश्वनाथ मंदिर को द्वादश ज्योतिर्लिंगों में एक प्रमुख स्थान प्राप्त है। यहां सावन के हर सोमवार को देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु आते हैं और गंगाजल से भगवान शिव का अभिषेक करते हैं। मान्यता है कि गंगाजल, बेलपत्र, भस्म, धतूरा, भांग और अक्षत अर्पित करने से शिवजी प्रसन्न होते हैं और जीवन के सभी कष्टों का निवारण करते हैं।
यहां सावन में दर्शन मात्र से भक्तों को मोक्ष की प्राप्ति का मार्ग मिल जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, काशी में शिव स्वयं विराजमान हैं और यहीं मृत्यु के बाद मुक्ति मिलती है। इस पावन अवसर पर बाबा के दर्शन करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और भक्त को मानसिक, शारीरिक व आध्यात्मिक शांति मिलती है।
सावन का यह महीना शिव आराधना का श्रेष्ठ समय है, और काशी विश्वनाथ में दर्शन का यह अवसर जीवन को धन्य बना देता है।

Author: Ujala Sanchar
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