वाराणसी: पत्रकारों पर हो रहे उत्पीड़न के विरोध में शनिवार को राष्ट्रीय पत्रकार सुरक्षा परिषद के बैनर तले एक प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी से मुलाकात कर मुख्यमंत्री को संबोधित चार सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। प्रमुख मांगों में संगठन के जिला अध्यक्ष तामीर हसन शिबू पर दर्ज फर्जी मुकदमे की CBCID जांच की मांग प्रमुख रही।
प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि पत्रकार तामीर हसन शिबू ने होप फैमिली हॉस्पिटल में व्याप्त अनियमितताओं को लेकर समाचार संकलन किया था, जिसके बाद प्रभावशाली तत्वों के इशारे पर उनके खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज कर दिया गया। पत्रकारों ने आरोप लगाया कि यह मुकदमा प्रेस की स्वतंत्रता को कुचलने का प्रयास है और लोकतंत्र की हत्या के समान है।
ज्ञापन में मुख्यमंत्री, गृह सचिव, डीजीपी और CBCID को संबोधित कर कहा गया कि पत्रकारों की आवाज़ को दबाने की कोशिशों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। परिषद ने पत्रकार सुरक्षा के लिए स्थाई व प्रभावी नीति बनाने की भी मांग की और चेताया कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो प्रदेशव्यापी आंदोलन किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए निष्पक्ष जांच और न्याय का आश्वासन दिया। उन्होंने पत्रकारों को सुरक्षा व अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के प्रति प्रशासन की प्रतिबद्धता का भरोसा दिलाया।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल प्रमुख पदाधिकारी-पवन तुलस्यान (जिला मंत्री), जगदीश शुक्ला (जिला प्रभारी), राजेश कुमार शर्मा (जिला संगठन प्रभारी), अनिकेत शर्मा (जिला संगठन मंत्री), नारायण उर्फ जय-जय (संगठन मंत्री), ऋषभ गौर (जिला संगठन मंत्री), सोनू चौरसिया (मंडल संगठन मंत्री), ओम प्रकाश सिंह मॉडल (वरिष्ठ उपाध्यक्ष), सुभाष पटेल (सह सचिव), विवेक पाल (जिला उपाध्यक्ष), बृजेश कुमार गुप्ता (मीडिया प्रभारी), नरेंद्र कुमार सिंह (चंदौली जिला अध्यक्ष), दयाल सिंह (स्टेट मीडिया प्रभारी) समेत वाराणसी जिले के तमाम पत्रकार मौजूद रहे।
रिपोर्ट – जगदीश शुक्ला

Author: Ujala Sanchar
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