वाराणसी: चौबेपुर थाना क्षेत्र के छितौना गांव में दो पक्षों के बीच हुए आपसी विवाद ने जातीय तनाव का रूप ले लिया है। इसी संदर्भ में करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह रघुवंशी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस उपमहानिरीक्षक शिवहरि मीना और जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में करणी सेना ने जातीय भावना भड़काने और समाज की महिलाओं के प्रति की गई अभद्र टिप्पणियों के खिलाफ 48 घंटे के भीतर कठोर कार्रवाई की मांग की है।
अरविंद राजभर पर गंभीर आरोप
करणी सेना का आरोप है कि विवाद के बाद एक पक्ष के नेता अरविंद राजभर ने जुलूस की शक्ल में छितौना गांव पहुंचकर करणी सेना और एक विशेष जाति के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिए। प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह रघुवंशी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा,
“यह विवाद दो पक्षों का था, लेकिन अरविंद राजभर ने राजनीतिक लाभ के लिए जानबूझकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की। उन्होंने करणी सेना के साथ-साथ समाज की माताओं और बहनों के लिए भी अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया।”
48 घंटे में कार्रवाई का आश्वासन
करणी सेना ने ज्ञापन में स्पष्ट किया कि यदि 48 घंटे के भीतर दोषियों पर कार्रवाई नहीं होती, तो संगठन प्रशासनिक और कानूनी स्तर पर आंदोलन की राह अपनाएगा।
पुलिस उपमहानिरीक्षक और जिलाधिकारी ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि मामले की गंभीरता से जांच कर त्वरित कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन की सतर्कता बढ़ी
घटना के बाद से प्रशासनिक अमला सतर्क हो गया है और छितौना गांव में संवेदनशीलता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है। किसी भी प्रकार की अफवाह या तनावपूर्ण स्थिति से निपटने के लिए पुलिस लगातार निगरानी कर रही है।









