गाजीपुर। रसड़ा–कासिमाबाद राज्य मार्ग पर वाहन चालकों से कथित रूप से स्टिकर चिपकाने के नाम पर जबरन धन वसूली का गंभीर मामला सामने आया है। पीड़ित की शिकायत पर रसड़ा थाना पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। इस घटना में पुलिस वर्दी में मौजूद लोगों की भूमिका को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
पीड़ित ने बताई पूरी घटना
सरदासपुर निवासी रामेश्वर सिंह उर्फ डब्बू ने रसड़ा थाने में दी गई तहरीर में बताया कि 21 दिसंबर 2025 को दोपहर करीब 12 बजे वह अपने एक रिश्तेदार के यहां से लौट रहे थे। जब वे रसड़ा–कासिमाबाद मार्ग पर सिलहटा के पास पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि सड़क किनारे कई वाहन खड़े हैं।
पुलिस वर्दी में दिखे संदिग्ध लोग
पीड़ित के अनुसार, मौके पर 2–3 चारपहिया वाहन खड़े थे और कुछ संदिग्ध लोग मौजूद थे। इनमें से दो लोग पुलिस की वर्दी में दिखाई दे रहे थे। सड़क किनारे एक टेंट भी लगा था, लेकिन उस पर लगी नाम पट्टिका स्पष्ट नहीं थी। वहां से गुजरने वाले वाहन चालकों को रोककर उनसे पैसे की मांग की जा रही थी।
विरोध करने पर धमकी और जबरदस्ती
रामेश्वर सिंह ने बताया कि जब उनकी कार रोकी गई तो उनसे भी कहा गया कि “पैसे दो और स्टिकर चिपकवाओ।” उन्होंने इसका विरोध किया तो आरोपियों ने उनके साथ जबरदस्ती की और जान से मारने की धमकी दी। इतना ही नहीं, अधिक बहस करने पर चालान करने की धमकी भी दी गई। किसी तरह वह अपनी जान बचाकर वहां से निकलने में सफल रहे।
पुलिस ने शुरू की जांच
मामले की गंभीरता को देखते हुए रसड़ा थाना पुलिस ने संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
ब्यूरो चीफ – संजय यादव









