वाराणसी: महाकुंभ 2025 को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। वाराणसी से एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) के जवानों को महाकुंभ के दौरान सुरक्षा प्रबंधन और आपदा बचाव के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
एनडीआरएफ के कमांडेंट मनोज कुमार शर्मा ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि मंडलायुक्त सभागार में महाकुंभ की तैयारियों को लेकर बैठक आयोजित की गई। इसमें मंडलायुक्त ने निर्देश दिए कि किसी भी प्रकार की तैयारी अधूरी न रहे। इस बार महाकुंभ को बेहद भव्य और सुरक्षित तरीके से आयोजित करने की योजना बनाई गई है।
कमांडेंट मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि महाकुंभ और प्रयागराज मेले के लिए एनडीआरएफ की 20 टीमें तैनात रहेंगी। इनमें से 11 टीमें प्रयागराज में जल आपदा और अन्य दुर्घटनाओं से निपटने के लिए तैनात की जाएंगी। इन टीमों में विशेषज्ञ सदस्य शामिल होंगे, जो जल, केमिकल, बायोलॉजिकल, जूलॉजिकल और न्यूक्लियोलॉजिकल आपदाओं से निपटने के लिए प्रशिक्षित हैं। इसके अलावा, किसी भी आपदा जैसे ढांचे के गिरने या अन्य अप्रत्याशित घटनाओं से निपटने के लिए भी विशेष दस्ते तैयार रहेंगे।
कमांडेंट ने यह भी बताया कि काशी के सभी घाटों पर एनडीआरएफ जवानों की तैनाती की जाएगी। चूंकि प्रयागराज और काशी का गहरा सांस्कृतिक और धार्मिक संबंध है, बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए दोनों शहरों के बीच आवागमन करेंगे। इसी को ध्यान में रखते हुए, काशी के घाटों पर आपदा प्रबंधन के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। स्नान के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए जल पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें लगातार मुस्तैद रहेंगी।

Author: Ujala Sanchar
उजाला संचार एक प्रतिष्ठित न्यूज़ पोर्टल और अख़बार है जो स्थानीय, राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय और अन्य समाचारों को कवर करती है। हम सटीक, विश्वसनीय और अद्यतन जानकारी प्रदान करने के लिए समर्पित हैं।