वाराणसी: उत्तर प्रदेश किसान कांग्रेस के पूर्वी जोन के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता उपाध्यक्ष संजय चौबे ने आज कचहरी स्थित शाही दरबार, पुलिस चौकी के पीछे आयोजित प्रेस वार्ता में स्मार्ट मीटर की खामियों पर गंभीर सवाल उठाए।
संजय चौबे ने सवाल उठाया कि 4.44 किलोवाट एमडी पर स्मार्ट मीटर लगातार तेज चल रहा है, इसके बावजूद विभाग जांच से बच रहा है। उन्होंने बताया कि अधिकारी केवल “हम खुद कई कंपनियों के मीटर लगवाकर देखेंगे” कहकर टालमटोल कर रहे हैं, जबकि कई महीने बीत जाने के बाद भी कोई ठोस जवाब नहीं मिला।
चौबे ने कहा कि 19 जुलाई 2025 तक UPPCL की वेबसाइट के अनुसार प्रदेश में 2,69,79,055 स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं, जिनमें से 1,39,667 उपभोक्ताओं ने अपने यहां चेक मीटर लगवाया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि विभाग ने वेबसाइट पर यह जानकारी जानबूझकर नहीं दी है कि स्मार्ट मीटर की रीडिंग चेक मीटर की तुलना में बराबर, कम या अधिक है। चौबे के अनुसार, “अगर यह डेटा सार्वजनिक कर दिया जाए तो बिजली विभाग की पोल खुल जाएगी।”
उन्होंने कहा कि “मेरे यहां चेक मीटर के अनुसार 24 दिनों में 0.7 यूनिट का अंतर मिला था। जब करोड़ों उपभोक्ताओं की खपत की बात हो, तो इतने छोटे अंतर से भी लाखों यूनिट का घोटाला संभव है। इसलिए UPPCL को चाहिए कि किसी निष्पक्ष एजेंसी से जांच कराए।”
चौबे ने यह भी बताया कि 25 जुलाई 2025 तक 1912 पर ऑनलाइन शिकायत करने वाले उपभोक्ताओं की संख्या 40,895 थी, जबकि ऑफलाइन शिकायतें इससे कहीं ज्यादा हो सकती हैं। उन्होंने कहा, “जिधर देखो, लोग यही कह रहे हैं — स्मार्ट मीटर तेज चल रहा है और बिजली बिल लगातार बढ़ रहा है।”