गाजीपुर। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) के अंतर्गत सूक्ष्म वित्त और वित्तीय समावेशन विषयक बैंकों के शाखा प्रबंधकों के साथ एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन विकास भवन सभागार में संपन्न हुआ। कार्यशाला का शुभारंभ मुख्य अतिथि मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार वैश्य ने दीप प्रज्वलित करके किया।

कार्यशाला के उद्देश्य के बारे में उपायुक्त स्वतः रोजगार विजय कुमार यादव ने बताया कि इसका मुख्य लक्ष्य बैंकर्स और मिशन टीम के बीच समन्वय सुदृढ़ करना और ग्रामीण आजीविका मिशन के लक्ष्यों को गति देना है। उन्होंने कहा कि NRLM के माध्यम से ग्रामीण, विशेषकर महिलाएं, संगठित होकर आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं। इनके बचत, ऋण, उत्पादन, विपणन और सेवा क्षेत्र में सक्रिय योगदान के लिए बैंकों की भूमिका महत्वपूर्ण है।
मुख्य विकास अधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि प्रदेश के प्रत्येक जनपद में हजारों स्वयं सहायता समूह (SHGs) सक्रिय हैं, जो आत्मनिर्भरता, महिला सशक्तिकरण और सामाजिक परिवर्तन का प्रतीक बन चुके हैं। उन्होंने बैंकर्स से आग्रह किया कि वे SHGs के साथ संवेदनशीलता और सहयोग की भावना से कार्य करें और ऋण स्वीकृति की प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाएँ।
उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में लक्ष्य 2270 के मुकाबले कुल 2713 SHGs का CCL कराया गया, जबकि वर्तमान वित्तीय वर्ष में लक्ष्य 2900 के मुकाबले 2764 SHGs का CCL हो चुका है।
कार्यशाला में क्षेत्र प्रमुख यूनियन बैंक ऑफ इंडिया संजय कुमार सिन्हा ने कहा कि उद्देश्य केवल ऋण वितरण नहीं, बल्कि स्थायी आजीविका का निर्माण है। जब कोई ग्रामीण महिला अपने समूह के माध्यम से आत्मनिर्भर बनती है, तो वह अपने परिवार और समाज में आत्मविश्वास और प्रगति का संदेश देती है।
कार्यशाला में राष्ट्रीय रिसोर्स पर्सन दिलीप मित्रा और अजित कुमार, क्षेत्र प्रमुख यूनियन बैंक ऑफ इंडिया पूर्वी मुकेश रमन, क्षेत्रीय प्रबंधक यूपी ग्रामीण बैंक अनिरुद्ध सिंह, अग्रणी जिला प्रबंधक राजदेव कुमार, उप क्षेत्र प्रमुख पियूष सिंह परमार, उप क्षेत्रीय प्रबंधक अतुल शर्मा, जिला मिशन प्रबंधक, ब्लॉक मिशन प्रबंधक, विभिन्न बैंक शाखाओं के शाखा प्रबंधक एवं बैंक सखी उपस्थित रहे।
ब्यूरोचीफ- संजय यादव