वाराणसी: नीलगिरी इंफ्रासिटी के मालिक विकास सिंह के खिलाफ चेतगंज थाने में सैन्यकर्मी अखिलेश कुमार ने धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है. अखिलेश ने आरोप लगाया कि कंपनी ने पैसे लेने के बावजूद जमीन नहीं दी। वहीं पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जानिए क्या है पूरा मामला
अखिलेश कुमार ने बताया कि 2015 में नागालैंड में तैनाती के दौरान उन्होंने अपनी पत्नी अंजली देवी के नाम से नीलगिरी इंफ्रासिटी से पड़ाव क्षेत्र में जमीन लेने के लिए तीन लाख रुपये का इकरारनामा किया था। 2018 तक उन्होंने आठ लाख 50 हजार रुपये और जमा किए। 2020 में जमीन की रजिस्ट्री कराने की नौबत आई तो कंपनी के कर्मचारी राजीव ने बताया कि पड़ाव में उनके पास जमीन नहीं है और 90 दिनों में ब्याज सहित पैसे लौटाने का वादा किया।
100 दिन बीतने के बाद भी पैसे नहीं लौटाए गए और फिर कहा गया कि रामनगर में जमीन दी जाएगी। 2021 में रामनगर में एक प्लॉट दिखाया गया, लेकिन बाद में उसे भी नहीं दिया गया। फिर बाबतपुर में जमीन देने का वादा किया गया, पर वहां भी कोई जमीन नहीं मिली। बाद में अखिलेश को पता चला कि कंपनी का मालिक विकास सिंह पहले से ही गिरफ्तार हो चुका है।

Author: Ujala Sanchar
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