गाजीपुर। गाजीपुर को सैयदराजा से जोड़ने वाले लगभग 56 किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या–24 की मरम्मत को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। करीब 53 करोड़ रुपये की लागत से कराई गई विशेष मरम्मत को अभी एक वर्ष भी पूरा नहीं हुआ, लेकिन महज नौ महीनों के भीतर ही सड़क जगह-जगह से उखड़ने लगी है। कई हिस्सों में बड़े गड्ढे बन गए हैं, गिट्टियां बिखरी पड़ी हैं और जलजमाव की स्थिति आम हो गई है।
राजमार्ग की बदहाल स्थिति से राहगीरों और वाहन चालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। खासकर दोपहिया और तिपहिया वाहन चालकों के लिए यह सड़क जानलेवा साबित हो रही है। गड्ढों और बिखरी गिट्टियों के कारण वाहन अनियंत्रित होकर पलट रहे हैं, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा लगातार बना हुआ है।
क्षेत्रीय ग्रामीणों और स्थानीय लोगों ने मरम्मत कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए इसे मानकविहीन बताया है। उनका कहना है कि जब सड़क की मरम्मत को अभी एक साल भी नहीं हुआ, तो इतनी जल्दी सड़क का उखड़ना घटिया निर्माण और लापरवाही की ओर साफ इशारा करता है। लोगों का आरोप है कि मरम्मत कार्यों की समुचित निगरानी नहीं की गई, जिसका खामियाजा आम जनता भुगत रही है।
स्थानीय नागरिकों ने मांग की है कि राजमार्ग की दोबारा गुणवत्तापूर्ण मरम्मत कराई जाए और पूरे मामले की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय समिति गठित की जाए, जो मरम्मत में हुई अनियमितताओं की जांच करे। साथ ही दोषी अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर उनसे रिकवरी की भी मांग की गई है, ताकि भविष्य में इस तरह की लापरवाही और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया जा सके।
ग्रामीणों का यह भी कहना है कि संबंधित विभाग के अधिकारी अक्सर इस मार्ग से गुजरते हैं, इसके बावजूद मानकविहीन कार्य पर ध्यान न दिया जाना बेहद चिंता का विषय है। लोगों ने चेतावनी दी कि यदि समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो यह राजमार्ग पूरी तरह जर्जर हो जाएगा और दुर्घटनाओं की संख्या में और इजाफा हो सकता है।








