डीडीयू: वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा-निर्देशन में रेल सुरक्षा बल, पोस्ट डीडीयू द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन “आहट/नन्हे फरिश्ते” के तहत आज तीन नाबालिग लड़कियों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया।
प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार रावत के नेतृत्व में उप निरीक्षक सरिता गुर्जर, उप निरीक्षक निशांत कुमार, अन्य बल सदस्य एवं एसोसिएशन फॉर वॉलेंटरी एक्शन की सहायक परियोजना अधिकारी श्रीमती चंदा गुप्ता द्वारा यह अभियान डीडीयू जंक्शन पर चलाया गया।
इस अभियान के दौरान दो नाबालिग लड़कियां सर्कुलेटिंग एरिया में संदिग्ध अवस्था में पाई गईं। एक नाबालिग लड़की प्लेटफार्म संख्या 07 के हावड़ा छोर पर अकेली घूमती मिली।
पूछताछ करने पर इन तीनों ने अपना नाम और पता बताया जिसमें आयशा खातून (काल्पनिक नाम), उम्र लगभग 16 वर्ष, थाना मांझी, जिला सहारनपुर, उत्तर प्रदेश, राबिया खातून (काल्पनिक नाम), उम्र लगभग 16 वर्ष, थाना शाहबगंज, जिला चंदौली, उत्तर प्रदेश, काजल कुमारी (काल्पनिक नाम), उम्र लगभग 13 वर्ष, थाना महरूवा, जिला अंबेडकर नगर, उत्तर प्रदेश
प्राथमिक काउंसलिंग के दौरान सभी नाबालिगों ने बताया कि वे पारिवारिक नाराजगी के चलते घर से बाहर निकल आई थीं।
रेलवे सुरक्षा बल द्वारा तत्काल इनके परिजनों को सूचित किया गया और समुचित प्रक्रिया के तहत चाइल्डलाइन डीडीयू की ऑन-ड्यूटी महिला स्टाफ को इन बच्चियों को सुरक्षित सुपुर्द किया गया, ताकि उन्हें सकुशल उनके परिजनों तक पहुंचाया जा सके।
रेल सुरक्षा बल डीडीयू द्वारा चलाए जा रहे ऐसे प्रयास न सिर्फ बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं, बल्कि समाज में एक जागरूकता का संदेश भी देते हैं।

Author: Ujala Sanchar
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