उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर संजय निषाद के विवादित बयान से राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। उन्होंने जनाधिकार यात्रा के दौरान एक जनसभा में पुलिस को लेकर विवादित बयान दे डाला। जिसका वीडियो भी सामने आया है।
जनसभा के दौरान संजय निषाद ने कहा, “हम यहां ऐसे नहीं पहुंचे, सात दरोगाओं के हाथ-पैर तुड़वाकर और उन्हें गड्ढे में फिंकवाकर यहां पहुंचे हैं।” उनके इस बयान पर विपक्षी दलों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है और इसे कानून-व्यवस्था के लिए खतरा बताया है।
विवादित बयान पर विपक्षी दलों की प्रतिक्रिया
संजय निषाद के इस बयान के बाद विपक्ष ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यह बयान राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति को दर्शाता है। समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है और सरकार से उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
गौरतलब है कि संजय निषाद इन दिनों अपने समाज को साधने के लिए ‘संवैधानिक अधिकार यात्रा’ निकाल रहे हैं। यह यात्रा 30 नवंबर 2024 को सहारनपुर के मां शाकंभरी देवी शक्तिपीठ से शुरू हुई थी और सोनभद्र तक जाएगी। इसी यात्रा के तहत सुल्तानपुर के चांदा बाजार में आयोजित जनसभा में यह बयान सामने आया।
सपा पर साधा निशाना
सुल्तानपुर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान संजय निषाद ने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा, “समाजवादी पार्टी को यह तय करना चाहिए कि वे औरंगजेब को आदर्श मानते हैं या भगवान श्रीकृष्ण को। हम निषादराज को अपना आदर्श मानते हैं और आज भगवान राम को आदर्श मानने वाली सत्ता चल रही है।” उन्होंने यह भी कहा कि सपा के कुछ नेता ही अपनी पार्टी के दुर्भाग्य का कारण बन रहे हैं और उसे ‘समाप्तवादी पार्टी’ बना रहे हैं।

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