सोनभद्र: दुद्धी के टीसीडी मैदान में शुक्रवार को अखिल भारतीय किसान महासभा के नेतृत्व में आदिवासी किसान और मजदूरों ने एक दिवसीय विशाल धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान सात सूत्रीय मांग पत्र तैयार कर तहसीलदार अंजनी गुप्ता को सौंपा गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे रामायण गोंड़ ने कहा कि सरकार आदिवासियों को उनके पुश्तैनी काबिज जमीन से बेदखल न करे और उन्हें भौमि अधिकार प्रदान करे।
धरना स्थल पर मौजूद सिविल बार अध्यक्ष प्रभु सिंह कुशवाहा और दुद्धी बार अध्यक्ष प्रेमचंद यादव ने सरकार पर दुद्धी को जिला बनाने के वादे से मुकरने का आरोप लगाते हुए गहरी नाराजगी जताई। सभा का संचालन शंभु कौशिक ने किया, जबकि कार्यक्रम के संयोजक बिगन राम गोंड़ ने सात प्रमुख मांगों को विस्तार से रखा।
प्रमुख मांगे:
- वनाधिकार कानून के तहत आदिवासियों और परंपरागत वनवासियों को धारा 20 की भूमि पर पट्टा दिया जाए।
- दुद्धी को तत्काल आदिवासी जिला घोषित किया जाए।
- किसानों का 10 लाख रुपये तक का कर्ज माफ किया जाए।
- को-ऑपरेटिव सोसायटी एक्ट के तहत पंजीकृत कंपनियों द्वारा की गई धोखाधड़ी का पैसा भारत सरकार वापस दिलाए।
- बिजली की सुचारू आपूर्ति सुनिश्चित की जाए और कटौती खत्म हो।
- जले हुए ट्रांसफार्मर को 24 घंटे के अंदर बदला जाए।
- कनहर विस्थापितों को रोजगार और नौकरी दी जाए, और नहर परियोजना को तत्काल पूरा किया जाए।
तहसीलदार अंजनी गुप्ता ने प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि जिन मांगों पर तहसील स्तर से कार्रवाई संभव है, उसे तत्काल पूरा किया जाएगा और बाकी मांगों को जिलाधिकारी और शासन स्तर पर भेजा जाएगा।
इस धरना प्रदर्शन में सुरेंद्र पाल, रामस्वरूप, उदयलाल मौर्य, सपा विधानसभा अध्यक्ष अवध नारायण यादव, साबिद हुसैन, अनिल कुशवाहा, श्याम कुमार गौतम, रेणु कुमारी सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।कार्यक्रम शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ और प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों की मांगों को गंभीरता से लेने का भरोसा दिलाया।

Author: Ujala Sanchar
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