न्यू दिल्ली: वोट चोरी और चुनाव प्रक्रिया में धांधली के आरोपों को लेकर सोमवार को संसद से चुनाव आयोग कार्यालय तक विपक्षी दलों ने विशाल मार्च निकाला। इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव, प्रियंका गांधी, डिंपल यादव समेत कई सांसदों को पुलिस ने हिरासत में लिया।
मार्च में शामिल राहुल गांधी ने कहा “ये लड़ाई राजनीतिक नहीं है, ये संविधान को बचाने की लड़ाई है। हमें साफ और निष्पक्ष वोटर लिस्ट चाहिए। चुनाव आयोग सरकार के साथ मिलकर चुनाव को मैनिपुलेट कर रहा है। यूपी में उपचुनाव के दौरान बूथ कैप्चरिंग और वोट की डकैती हुई है, लेकिन चुनाव आयोग ने कोई कार्रवाई नहीं की।”
राहुल गांधी ने चुनाव आयोग को “चोर” कहते हुए आरोप लगाया कि “जब पर्दा उठने लगा, तो वे पर्दादारी कर रहे हैं। तानाशाह को मजा आ रहा है और जनता का वोट छीना जा रहा है।”
अखिलेश यादव ने बैरिकेडिंग कूदकर पार की और अन्य सांसदों के साथ धरने पर बैठ गए। उन्होंने कहा “हम जनता का वोट बचा रहे हैं। वोट काटने वालों और बूथ कब्जाने वालों पर कार्रवाई होनी चाहिए।”
विपक्षी सांसदों ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में हालिया उपचुनाव के दौरान शासन और प्रशासन ने मिलकर चुनाव में गड़बड़ी की। उन्होंने कहा कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों के बावजूद चुनाव आयोग वर्गीकृत डाटा नहीं दे रहा है और शिकायतों पर कार्रवाई करने से बच रहा है। सरकार पर हमला बोलते हुए विपक्ष ने कहा कि “संसद में चर्चा की अनुमति नहीं दी जा रही, यह लोकतंत्र पर सीधा हमला है।”

Author: Ujala Sanchar
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