आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटीय इलाकों में चक्रवाती तूफान ‘मोन्था’ ने भारी तबाही मचाई है। मछलीपट्टणम और कलिंगपट्टणम के बीच आंध्र प्रदेश और यनम के तट को पार करते हुए यह तूफान लगभग 90 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से टकराया। तेज हवाओं के साथ हुई भारी बारिश से कई इलाकों में पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए।
मौसम विभाग के अनुसार, मोन्था ने कल शाम काकीनाडा के पास लैंडफॉल किया, जो करीब चार घंटे तक चला। फिलहाल यह भीषण चक्रवाती तूफान अब 10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहा है और अगले 12 घंटों में गहरे दबाव (Deep Depression) में बदलने की संभावना है।
आंध्र प्रदेश और ओडिशा के कई जिलों में लगातार बारिश जारी है। राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। अब तक 5 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि हज़ारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। प्रशासन ने तटीय क्षेत्रों में NDRF और SDRF की टीमें तैनात की हैं।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, तूफान की गतिविधियों पर रडार और उपग्रहों से लगातार निगरानी रखी जा रही है। तटीय जिलों में अगले 24 घंटों तक तेज हवाएं और भारी वर्षा जारी रहने की चेतावनी दी गई है।








