वाराणसी: युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय द्वारा 18 से 20 जुलाई तक वाराणसी में आयोजित ‘युवा आध्यात्मिक शिखर सम्मेलन’ में शुक्रवार को उद्घाटन सत्र में केंद्रीय युवा एवं खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि “2047 तक विकसित भारत का निर्माण तभी सार्थक होगा जब उसका युवा नशा मुक्त होगा।”

गंगा नदी के पावन तट पर आयोजित इस तीन दिवसीय सम्मेलन का उद्देश्य युवाओं को नशीली दवाओं के दुरुपयोग के विरुद्ध जागरूक करना और भारत की आध्यात्मिक विरासत के माध्यम से उन्हें मार्गदर्शन देना है।

सम्मेलन में देशभर से आए 500 से अधिक युवा प्रतिनिधियों और 100 आध्यात्मिक-सांस्कृतिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। केंद्रीय मंत्री मांडविया ने युवाओं से आह्वान किया कि हर युवा कम से कम पांच अन्य युवाओं को नशा से मुक्त करने का संकल्प ले। उन्होंने विश्वास जताया कि जब युवा कुछ ठान लेता है तो उसे पूरा कर दिखाता है।
इस अवसर पर केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने कहा कि “हमारा मंत्रालय नशा मुक्ति के लिए अनेक योजनाएं चला रहा है। प्रधानमंत्री मोदी का विजन तभी साकार होगा जब युवा इसमें सहभागी बनें।”

Author: Ujala Sanchar
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