गाजीपुर। वित्त विधेयक अधिनियम 2025 में किए गए संशोधन के विरोध में सोमवार को पेंशनर्स ने जोरदार प्रदर्शन किया। इस संशोधन के तहत दिसंबर 2025 तक सेवानिवृत्त होने वाले कर्मियों को आठवें वेतन आयोग की सुविधाओं से बाहर किए जाने का प्रावधान है, जिससे पेंशनर्स में भारी आक्रोश व्याप्त है।
सेवा निवृत्त कर्मचारी एवं शिक्षक पेंशनर्स समन्वय समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस राष्ट्रव्यापी आंदोलन के तहत जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए पेंशनरों ने जिला मुख्यालय स्थित सरजू पाण्डेय पार्क में एकत्र होकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का नेतृत्व जिलाध्यक्ष मुक्तेश्वर श्रीवास्तव ने किया। पेंशनरों ने नारेबाजी करते हुए अपनी मांगों के समर्थन में आवाज बुलंद की और जिलाधिकारी के प्रतिनिधि उप जिलाधिकारी सदर को तीन सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा।
धरना सभा को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष मुक्तेश्वर श्रीवास्तव ने सरकार की नीतियों को भेदभावपूर्ण बताते हुए कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि वर्षों तक सेवा देने वाले सेवानिवृत्त कर्मियों को वेतन आयोग की परिधि से बाहर करना सरासर अन्याय है।
इस मौके पर चौधरी दिनेश चंद्र राय ने केंद्र सरकार से अपील की कि सेवानिवृत्त कर्मचारियों को पूर्व की भांति आठवें वेतन आयोग के दायरे में लाया जाए। वहीं कार्यकारी अध्यक्ष अम्बिका दूबे ने जनपद के सभी कार्यरत, सेवारत कर्मियों और पेंशनर्स संगठनों से आपसी मतभेद भुलाकर एकजुट होकर संघर्ष करने का आह्वान किया।
धरना सभा में सीनियर बेसिक संघ के महामंत्री ज्ञानेंद्र सिंह ने भी सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए पेंशनर्स के अधिकारों की रक्षा की मांग की।
कार्यक्रम को यशवंत सिंह यश, उग्रसेन सिंह, रत्नेश राय, नारायण उपाध्याय, पूर्व अध्यक्ष सुरेन्द्र यादव, ई. सुरेन्द्र प्रताप यादव, अमर नाथ तिवारी, सुरेश कुमार सिंह, डॉ. पी. एन. सिंह, वंशराज सिंह, डॉ. अम्बिका पाण्डेय, जनार्दन सिंह, बरमेश्वर उपाध्याय, अशोक कुमार और बाल कृष्ण यादव सहित कई अन्य पदाधिकारियों ने संबोधित किया।
धरना कार्यक्रम की अध्यक्षता सेवानिवृत्त बेसिक शिक्षक कल्याण परिषद के अध्यक्ष रुद्र नारायण सिंह ने की, जबकि संचालन कार्यकारी अध्यक्ष अम्बिका प्रसाद दूबे ने किया। अंत में जिला मंत्री जनार्दन सिंह ने सभी उपस्थित पदाधिकारियों एवं पेंशनरों के प्रति आभार व्यक्त किया।
ब्यूरोचीफ: संजय यादव








