वाराणसी: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष उमेश राजभर के नेतृत्व में मंगलवार को एक प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में थाना चौबेपुर अंतर्गत छितौना गांव में राजभर समाज के गरीब और शांति प्रिय लोगों पर हुए जानलेवा हमले और पुलिस की निष्क्रियता को लेकर कड़ी नाराजगी जाहिर की गई।
क्या है मामला?
छितौना गांव निवासी राजेन्द्र राजभर 16 जून 2025 को मजदूरी करके घर लौट रहे थे। रास्ते में संजय सिंह और उनके पुत्रों- अमित सिंह उर्फ गोलू और अनुराग सिंह ने उन पर गाली-गलौज करते हुए लोहे की रॉड, डंडा और हॉकी से हमला कर दिया। इस हमले में राजेन्द्र राजभर बेहोश हो गए। पीड़ित की पत्नी थाने के चक्कर काटती रही, लेकिन चार दिनों तक एफआईआर दर्ज नहीं हुई।
जब पार्टी के कार्यकर्ता हस्तक्षेप के बाद एफआईआर दर्ज हुई तो भी मामूली धाराएं लगाई गईं- मु.अ.सं. 403/2025, धारा 115(2), 352, 351(2) बीएनएस। थानाध्यक्ष ने खुद स्वीकार किया कि उच्च दबाव में वह गंभीर धाराएं नहीं जोड़ पाए।
दूसरा हमला –5 जुलाई की घटना
राजभर समाज के लोगों पर यह दूसरा हमला 5 जुलाई 2025 को सुबह 6 बजे हुआ। संजय सिंह, उनके परिजन और एक अज्ञात व्यक्ति तलवार, कुल्हाड़ी और असलहों से लैस होकर राजभर समाज के घरों में घुसे। महिलाओं से छेड़खानी की गई, और बीच-बचाव करने आए छोटू राजभर, भोला राजभर, सुरेन्द्र राजभर और रामगुलाम को बुरी तरह घायल कर दिया गया। इनकी स्थिति गंभीर होने पर बीएचयू ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया।
ज्ञापन में जिलाध्यक्ष ने मांग कि जिसमें हमलावरों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाए। पुलिस द्वारा की गई धाराओं की कमजोर प्रविष्टि को संशोधित किया जाए। पीड़ितों को सुरक्षा प्रदान की जाए। दोषी अधिकारियों के विरुद्ध जांच और कार्रवाई की जाए।
उमेश राजभर ने कहा कि यह पूरा मामला जातीय द्वेष और राजनीतिक प्रभाव का उदाहरण है। संजय सिंह व उनके परिवार द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नाम लेकर धमकाना और राजभर समाज को दबाना लगातार जारी है।
प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा
पार्टी ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र कार्यवाही नहीं हुई, तो जिला स्तर पर उग्र आंदोलन किया जाएगा। ज्ञापन में पुलिस प्रशासन से न्यायपूर्ण कार्रवाई सुनिश्चित करने की अपील की गई है। वहीं उमेश राजभर ने कहा कि “पिछड़े वर्ग को दबाने की मानसिकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कानून सबके लिए बराबर है और हम न्याय लेकर रहेंगे।”










