सोनभद्र: महुली क्षेत्र के प्रमुख महुली खेल मैदान में लगी हाईमास्ट लाइटें कई महीनों से बंद हैं, जिससे मैदान से लेकर आसपास का पूरा क्षेत्र शाम होते ही घने अंधेरे में डूब जाता है। लाइटें होने के बावजूद लंबे समय से मरम्मत नहीं होने पर स्थानीय लोगों में रोष बढ़ता जा रहा है।
अंधेरे में अभ्यास करने को मजबूर खिलाड़ी
शाम के समय जब खिलाड़ी अभ्यास के लिए मैदान में पहुंचते हैं, तो उन्हें पूरा मैदान काले अंधेरे में डूबा मिलता है। खिलाड़ियों का कहना है कि अंधेरे में खेलना जोखिम भरा होता है और इससे प्रदर्शन पर भी सीधा असर पड़ता है। सुबह अभ्यास करने वाले खिलाड़ी भी धुंधलके में खेलने को मजबूर हैं, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।
अंधेरे की समस्या बस स्टैंड और बाजार तक पहुँची
हाईमास्ट लाइटें बंद होने का असर खेल मैदान तक ही सीमित नहीं है। पास के बस स्टैंड पर रोज सुबह और शाम यात्रियों को अंधेरे में ही वाहनों का इंतजार करना पड़ता है, जिससे सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि बाजार क्षेत्र में अंधेरा होने से शाम के समय आने-जाने वालों की संख्या कम हो गई है, जिससे कारोबार प्रभावित हो रहा है।
स्थानीय लोगों ने तत्काल कार्रवाई की मांग की
ग्रामीणों और व्यापारियों ने प्रशासन से खेल मैदान की खराब लाइटों को तुरंत दुरुस्त कराने और पूरे बाजार क्षेत्र में पर्याप्त रोशनी बहाल करने की मांग की है। उनका कहना है कि रोशनी व्यवस्था सुधरने से खिलाड़ियों का अभ्यास भी सुचारू रूप से हो सकेगा और यात्रियों व दुकानदारों को बड़ी राहत मिलेगी।






