वाराणसी: उत्तर प्रदेश चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी महासंघ द्वारा वाराणसी में एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें हाल ही में लखनऊ में सम्पन्न प्रादेशिक चुनाव में निर्वाचित प्रांतीय पदाधिकारियों को सम्मानित किया गया। समारोह का आयोजन लोक निर्माण विभाग डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ भवन में किया गया।
इस अवसर पर वाराणसी के रामचंद्र गुप्ता, उमेश बहादुर सिंह (प्रदेश उपाध्यक्ष), सत्येंद्र सिंह, मनोज भारती, राम प्रसाद, संजय शर्मा (प्रदेश मंत्री) और संतोष कुमार शर्मा (संयुक्त मंत्री) को सम्मानित किया गया। साथ ही आंगनवाड़ी कार्यकर्ती संघ की नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष अंजनी मौर्य को भी सम्मान प्रदान किया गया।
इस अवसर पर रामचंद्र गुप्ता (प्रांतीय उपाध्यक्ष) ने कहा कि “चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हमेशा अधिकारियों के प्रति निष्ठावान रहा है, विभागीय अधिकारियों को उनकी समस्याओं पर विशेष ध्यान देना चाहिए।” उमेश बहादुर सिंह ने उत्तर प्रदेश सरकार से मांग की कि “चतुर्थ श्रेणी को ‘मृत संवर्ग’ की श्रेणी से बाहर निकालकर अन्य राज्यों की तरह पुनर्जीवित किया जाए और नई भर्तियां शुरू की जाएं।”
समारोह की अध्यक्षता कर रहे राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिलाध्यक्ष शशिकांत श्रीवास्तव ने कहा कि “चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कार्यालयीय संरक्षण की रीढ़ हैं। इन पदों पर अधिकतर अल्प आय वर्ग के लोग नियुक्त होते हैं जिससे उनका सामाजिक स्तर भी ऊपर उठता है।”
समारोह को कई अन्य वरिष्ठ वक्ताओं ने भी संबोधित किया, जिनमें प्रमुख हैं- चंद्रशेखर यादव (जिला अध्यक्ष, नियमित वर्क चार्ज कर्मचारी संघ), अजय दीक्षित (जिला मंत्री), विजय श्रीवास्तव (संरक्षक, महासंघ), अनिरुद्ध पांडे (अध्यक्ष, विकास प्राधिकरण कर्मचारी संघ), बाबूलाल (जिला अध्यक्ष व प्रदेश संरक्षक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ती संघ), शकुंतला, गीता सिंह, रामदेव, प्रमोद कुमार, शमशेर अली, सिंधु गिरी, नगीना देवी आदि।
समारोह की अध्यक्षता शशिकांत श्रीवास्तव, जिला अध्यक्ष – राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद व संचालन रामबदन यादव- कार्यकारी जिलाध्यक्ष चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी महासंघ ने किया।

Author: Ujala Sanchar
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