मध्यप्रदेश: कटनी जिले के मुरवारी गांव स्थित एक सरकारी स्कूल में उस समय विवाद खड़ा हो गया जब एक छात्रा माथे पर तिलक लगाकर स्कूल पहुंची। छात्रा को देखकर स्कूल के प्रिंसिपल बौखला गए और कथित रूप से उसे डांटते हुए कहा, “ये स्कूल है, कोई आश्रम नहीं!”
इतना ही नहीं, प्रिंसिपल ने छात्रा को स्थानांतरण प्रमाण पत्र (टीसी) लेने और स्कूल छोड़ने तक की बात कह दी। इस पूरे मामले से स्कूल में तनाव का माहौल बन गया है, वहीं छात्रा और उसके परिजन भी आहत हैं।
मामले के तूल पकड़ते ही जिला शिक्षा अधिकारी ने जांच के आदेश दे दिए हैं। अब यह देखा जा रहा है कि क्या प्रिंसिपल का रवैया नियमों के खिलाफ था, और क्या धार्मिक प्रतीकों को लेकर स्कूल में कोई स्पष्ट दिशा-निर्देश हैं।
इस घटना ने एक बार फिर शैक्षणिक संस्थानों में धार्मिक प्रतीकों की स्वीकार्यता और व्यक्तिगत स्वतंत्रता को लेकर बहस छेड़ दी है। जांच रिपोर्ट के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।

Author: Ujala Sanchar
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