वाराणसी: थाना रामनगर की पुलिस टीम ने चोरी और नकबजनी की घटनाओं को अंजाम देने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। जिसमें लिप्त दो अभियुक्तों और एक नाबालिग को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके कब्जे से चोरी के करीब 4 लाख रुपये मूल्य के गहने और नकदी बरामद की है। यह सफलता रामनगर थाना पुलिस और एसओजी काशी जोन की संयुक्त टीम को सीसीटीवी फुटेज और खुफिया जानकारी के आधार पर मिली। इसका खुलासा एसीपी कोतवाली डॉ. ईशान सोनी ने किया।
पुलिस ने आरोपियों की पहचान सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से बुधवार को बंदरगाह जाने वाले मार्ग पर की। गिरफ्तार आरोपियों में विशाल कुमार गुप्ता (20 वर्ष), शिवशंकर उर्फ पप्पू चौहान (62 वर्ष), और एक नाबालिग शामिल हैं। पुलिस ने इन तीनों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
इन आरोपियों के खिलाफ पहले से ही कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। शिवशंकर और विशाल पर चोरी और नकबजनी के कई मामलों में संलिप्तता के आरोप हैं। इनके अलावा नाबालिग आरोपी की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
पंजीकृत मामले और घटनाओं का विवरण
1. पहली घटना:
वादी ने 4 दिसंबर 2024 को रामनगर थाने में शिकायत दर्ज कराई कि वह अपने भाई की रिंग सेरेमनी में 1 दिसंबर को मेरठ गया था। लौटने पर उसने पाया कि उसके बजरंग नगर स्थित मकान का ताला तोड़कर सोने-चांदी के गहने और 1100 रुपये चोरी कर लिए गए हैं। इस मामले में पुलिस ने धारा 305 और 331(4) के तहत मामला दर्ज किया।
2. दूसरी घटना:
एक अन्य शिकायतकर्ता ने बताया कि 6 सितंबर 2024 को कृष्ण जन्माष्टमी उत्सव के लिए वह गांव गया था। 8 सितंबर को लौटने पर उसे पता चला कि उसके घर का ताला तोड़कर गहने, कपड़े और नकदी चुरा ली गई है। इस घटना पर धारा 305 और 331(3) के तहत मामला दर्ज किया गया।
बरामद सामान का विवरण
पुलिस ने अभियुक्तों के पास से सोने-चांदी के गहने और नकदी बरामद की। बरामद सामान में 6 सफेद धातु के सिक्के, 15 सफेद धातु की बिछिया, सोने की टॉप्स, अंगूठी, गले की चेन, 4 जोड़ी चांदी की पायल, 2 सोने की घड़ियां, बच्चों के कड़े और अन्य गहने व 4,000 रुपये नकदी बरामद की है। इनकी अनुमानित कीमत करीब 4 लाख रुपये आंकी गई है।
आरोपियों का आपराधिक इतिहास
1. शिवशंकर उर्फ पप्पू चौहान:
शिवशंकर के खिलाफ पहले भी कई मामले दर्ज हैं। इनमें धारा 41, 411, 414, और 379 के तहत मामले शामिल हैं।
2. विशाल कुमार गुप्ता:
विशाल के खिलाफ भी धारा 305 और 331(4) के मामले दर्ज हैं।
3. बाल अपचारी:
नाबालिग अभियुक्त पर भी दो मामलों में संलिप्तता के आरोप हैं।
गिरफ्तारी और जांच में शामिल पुलिसकर्मियों की टीम ने कड़ी मेहनत और सूझबूझ के साथ कार्रवाई की। टीम में प्रभारी निरीक्षक राजू सिंह, एसआई अमित त्रिपाठी, एसआई अंशू पाण्डेय, एसआई अनिल राजपूत, एसआई अमित कुमार यादव, एसओजी टीम से एसआई पीयुष प्रताप सिंह, हेड कांस्टेबल रविन्द्र सिंह, कांस्टेबल अखिलेश पटेल, कांस्टेबल शैलेन्द्र सिंह, कांस्टेबल मयंक, कांस्टेबल सुमित शाही, कांस्टेबल गौरव भारती, कांस्टेबल सत्यदेव गौड़ व कांस्टेबल दिनेश शामिल रहे।

Author: Ujala Sanchar
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