बलिया: नगरा ब्लॉक के अंतर्गत देवढ़िया ग्राम सभा में अधूरे विकास कार्यों ने बारिश के मौसम में ग्राम पंचायत की लापरवाही उजागर कर दी है। गांव में जलभराव और कीचड़ से रास्ते बदहाल हैं। ऐसे में बीमार बुजुर्ग और गर्भवती महिलाओं को अस्पताल तक ले जाना ग्रामीणों के लिए बड़ी चुनौती बन गया है।
गांव के रामकृपाल की बहन आरती देवी की अचानक तबीयत बिगड़ने पर ग्रामीणों ने उन्हें खाट पर लादकर अस्पताल पहुंचाया। बताया जा रहा है कि बस्ती में करीब 15 घर हैं और यह आबादी मुख्य सड़क से महज 100 मीटर की दूरी पर स्थित है। इसके बावजूद यहां आज तक सड़क नहीं बनी, जिससे लोगों की रोजमर्रा की आवाजाही में भी दिक्कत आती है।
स्थानीय निवासी सुनील कुमार ने बताया कि बारिश के दिनों में रास्ते में कीचड़ और जलभराव से हालात और भी खराब हो जाते हैं। वाहनों का घर तक पहुंचना नामुमकिन हो जाता है, जिसकी वजह से मरीजों को खाट या गोद में उठाकर अस्पताल ले जाना पड़ता है।
ग्रामीणों ने सवाल उठाया है कि आखिर इस बदहाली का जिम्मेदार कौन है – ग्राम पंचायत या फिर संबंधित विभाग के अधिकारी? इस घटना को लेकर स्थानीय लोगों में गहरा आक्रोश है।
ब्यूरो चीफ- अवधेश यादव

Author: Ujala Sanchar
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