मीरजापुर: महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलम्बन को सशक्त बनाने के उद्देश्य से “मिशन शक्ति अभियान फेज-5.0” के अंतर्गत मीरजापुर पुलिस द्वारा जिलेभर में जनजागरूकता कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा के निर्देशन में महिला बीट आरक्षी, एंटी रोमियो टीमों और जनपदीय पुलिस अधिकारियों ने क्षेत्र के प्रमुख चौराहों, बाजारों, मंदिरों, शॉपिंग मॉल, स्कूल-कॉलेज, कोचिंग संस्थान, रेलवे स्टेशन, रोडवेज और ग्रामीण इलाकों में जाकर महिलाओं व छात्राओं को अधिकारों, कानूनों, साइबर सुरक्षा, हेल्पलाइन नंबरों और शासन की लाभकारी योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
अभियान के दौरान महिलाओं को मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, निराश्रित महिला पेंशन योजना, राष्ट्रीय पोषण योजना, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, प्रधानमंत्री उज्जवला योजना, प्रधानमंत्री स्वानिधि योजना, पीएम सम्मान निधि योजना, वन स्टॉप सेंटर, आयुष्मान योजना, सुरक्षित मातृत्व आश्वासन सुमन योजना, महिला शक्ति केंद्र योजना, मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना, महिला ई-हाट योजना आदि के बारे में बताया गया।

साथ ही बाल विवाह, पाक्सो एक्ट, महिला उत्पीड़न की रोकथाम और ऑपरेशन मुक्ति से संबंधित कानूनी प्रावधानों पर भी विस्तृत चर्चा की गई। छात्र-छात्राओं और बच्चों को गुड टच-बैड टच की जानकारी देते हुए किसी भी समस्या की स्थिति में अपने अभिभावकों या पुलिस को तुरंत अवगत कराने की सलाह दी गई।
इसके अतिरिक्त, पुलिस टीमों ने साइबर अपराधों और डिजिटल अरेस्ट के प्रति सतर्कता बरतने की अपील की। नागरिकों को बताया गया कि साइबर फ्रॉड होने पर तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें और दिए गए निर्देशों का पालन करें। लोगों को यह भी सुझाव दिया गया कि वे कभी भी अपनी जन्मतिथि, नाम या मोबाइल नंबर को पासवर्ड के रूप में प्रयोग न करें, फ्री वाई-फाई पर बैंकिंग या ऑनलाइन शॉपिंग से बचें तथा अनजान व्यक्तियों से प्राप्त वीडियो कॉल या संदिग्ध लिंक को न खोलें।
महत्वपूर्ण हेल्पलाइन नंबर:
- 1090 – वीमेन पावर लाइन
- 181 – महिला हेल्पलाइन
- 1930 – साइबर सुरक्षा हेल्पलाइन
- 112 – पुलिस आपातकालीन सेवा
- 1098 – चाइल्ड लाइन
- 108 – एम्बुलेंस सेवा
- 1076 – मुख्यमंत्री हेल्पलाइन
- 102 – स्वास्थ्य सेवा
मिशन शक्ति अभियान के तहत जनपद मीरजापुर में पुलिस द्वारा कुल 35 स्थानों पर जन चौपाल लगाकर महिलाओं और बालिकाओं को सुरक्षा, सम्मान और आत्मनिर्भरता के लिए जागरूक किया गया।








