
वाराणसी: सरकारी धन के दुरुपयोग और गबन के आरोप में चिरईगांव ब्लाक के अईली गांव के ग्राम प्रधान रामफेर के वित्तीय व प्रशासनिक अधिकारों पर जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने रोक लगा दी है। ग्राम पंचायत के कार्यों के संचालन के लिए त्रिस्तरीय समिति नामित की गई है। वहीं जिला विकास अधिकारी और सहायक अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण शेखर सुमन को जांच अधिकारी नामित किया है।
ग्राम प्रधान अईली पर लगे आरोपों की जांच जिला बचत अधिकारी ने की थी। जांच रिपोर्ट में दुरुपयोग गबन पाया गया। इस बाबत उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। ग्रामप्रधान द्वारा दिए गए स्पष्टीकरण और जांच रिपोर्ट के परीक्षणोपरांत ग्राम प्रधान अईली प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए। इस पर डीएम ने उनके वित्तीय और प्रशासनिक अधिकार सीज कर दिए।
ग्राम पंचायत सदस्य आकाश कुमार यादव, वंदना देवी और सुनीता कुमारी की त्रिस्तरीय समिति नामित कर विकास कार्य कराने का आदेश जारी किया है। इस बाबत सहायक विकास अधिकारी पंचायत चिरईगांव को अनुपालन हेतु आवश्यक दिशानिर्देश हेतु जिलाधिकारी कार्यालय से निर्गत कर दिए गए हैं।

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