वाराणसी: लगातार उफान के बाद गंगा का जलस्तर अब धीरे-धीरे घटने लगा है। मंगलवार सुबह 6 बजे गंगा का जलस्तर 69.48 मीटर रिकॉर्ड किया गया, जो अब एक सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से घट रहा है। हालांकि राहत की शुरुआत होने के बावजूद तटवर्ती कॉलोनियों और मोहल्लों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है।
पिछले कई दिनों से गंगा नदी चेतावनी बिंदु के करीब बह रही थी। नदी का पानी घाटों को पार कर कॉलोनियों और घरों तक पहुंच गया था, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया था। कई तटवर्ती इलाकों में लोगों को बाढ़ राहत शिविरों या सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करना पड़ा।
गंगा में आए उफान के कारण उसकी सहायक नदी वरुणा भी पलट प्रवाह के चलते उफान पर रही। इससे वरुणा किनारे बसे मोहल्लों में भी पानी भर गया है। अब जब गंगा का जलस्तर कम हो रहा है, तो धीरे-धीरे इन क्षेत्रों में भी राहत की उम्मीद जताई जा रही है।
हालांकि, जलस्तर में गिरावट के बावजूद समस्याएं कम नहीं हुई हैं। जल निकासी के बाद कीचड़, गंदगी और संक्रमण जैसी परेशानियां तटवर्ती निवासियों के लिए चुनौती बनी रहेंगी। कई कॉलोनियों में अब भी पानी भरा हुआ है, जिससे जनसामान्य का जीवन सामान्य होने में समय लगेगा।
प्रशासन की ओर से सफाई और राहत कार्यों के लिए टीमें तैनात की जा रही हैं, लेकिन स्थानीय निवासियों ने राहत कार्यों में तेजी लाने की मांग की है।

Author: Ujala Sanchar
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