वाराणसी: भारतीय जीवन बीमा अभिकर्ता महासंघ (LIAFI) ने LIC द्वारा घोषित नई नीतियों का कड़ा विरोध किया है। महासंघ, जो सोसाइटी अधिनियम (पंजीकरण संख्या 2924/2000) एवं ट्रेड यूनियन अधिनियम (पंजीकरण संख्या 6914/2017) के तहत पंजीकृत है, ने कहा कि 01 अक्टूबर 2024 से लागू नई नीतियों में अभिकर्ताओं का कमीशन घटा दिया गया है और किस्तों में बांटा गया है, जो उनके हितों के खिलाफ है।
LIAFI का कहना है कि यह निर्णय IRDAI के मनमाने निर्देशों को लागू करने की कोशिश है, जिससे अभिकर्ताओं को गंभीर आर्थिक नुकसान होगा। संगठन ने प्रधानमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा है कि कमीशन बढ़ाया न भी जाए, तो कम-से-कम कटौती स्वीकार्य नहीं है, खासकर मौजूदा महंगाई के दौर में।
महासंघ ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर ध्यान दिलाया है कि 1956 से अब तक पिछले 69 वर्षों में अभिकर्ताओं ने LIC को विश्व की सबसे बड़ी बीमा कंपनी बनाने में अहम भूमिका निभाई है। ऐसे में कमीशन कटौती न केवल अभिकर्ताओं बल्कि ग्राहकों और स्वयं LIC के भविष्य को भी प्रभावित करेगी।
LIAFI ने सरकार से मांग की है कि IRDAI और LIC प्रबंधन को ऐसे अपरिपक्व और मनमाने निर्णयों से रोका जाए, ताकि अभिकर्ताओं और ग्राहकों का विश्वास बना रहे।

Author: Ujala Sanchar
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