वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वाइट हाउस में दिवाली के मौके पर दिए जलाए और भारतीय समुदाय सहित दुनिया भर में शांति और सौहार्द की कामना की। इस अवसर पर ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई बातचीत का भी जिक्र किया और भारत के लोगों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं।
ट्रंप ने दिवाली के महत्व पर बोलते हुए कहा कि यह पर्व अंधकार पर प्रकाश, अज्ञानता पर ज्ञान और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि दीयों की रौशनी हमें ज्ञान की राह खोजने, परिश्रम करने और आभार व्यक्त करने की याद दिलाती है।
ट्रंप ने दावा किया कि पीएम मोदी ने उन्हें आश्वस्त किया है कि भारत रूस से अतिरिक्त तेल नहीं खरीदेगा। उन्होंने कहा कि भारत ने इस दिशा में काफी कटौती की है और आगे भी इसे जारी रखेगा। ट्रंप ने जोर देकर कहा कि वह और भारत यूक्रेन-रूस युद्ध को समाप्त होते देखना चाहते हैं।
हालांकि, भारत ने स्पष्ट किया कि उसकी ऊर्जा खरीद निर्णय राष्ट्रीय हित और बाजार की स्थिति पर आधारित है, और किसी राजनीतिक दबाव में नहीं है। अमेरिका ने भारतीय आयात पर पहले से ही 50% तक शुल्क लगाया हुआ है, जिसमें रूस से तेल की खरीद को लेकर 25% अतिरिक्त शुल्क अगस्त में शामिल है।
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि वह पूरी दुनिया में शांति स्थापित करने के प्रयास में लगे हैं। उन्होंने मध्य पूर्व में हाल ही में हुए समझौतों का जिक्र करते हुए कहा कि पहले जो देश आपस में नफरत करते थे, अब मित्रता स्थापित कर रहे हैं।
ट्रंप और मोदी के बीच हुई यह बातचीत ऐसे समय में सामने आई है, जब भारत-अमेरिका ट्रेड डील पर चर्चा चल रही है। विशेषज्ञों के अनुसार, ट्रंप के बयान और रूस से तेल खरीद को लेकर दबाव की रणनीति अमेरिका की प्रेशर पॉलिटिक्स का हिस्सा लग रही है।






