नई दिल्ली। शतरंज की दुनिया में इन दिनों जापान के ग्रैंडमास्टर और वर्ल्ड नंबर-2 हिकारू नाकामुरा चर्चा के केंद्र में हैं। हाल ही में उन्होंने मौजूदा वर्ल्ड चेस चैंपियन डी. गुकेश को मात देने के बाद ऐसा कदम उठाया जिसने खेल भावना पर सवाल खड़े कर दिए।
मुकाबले में जीत दर्ज करने के बाद नाकामुरा ने अपने किंग के मोहरे को हवा में उछालकर दर्शकों की ओर फेंक दिया, जिससे पूरा हॉल सन्न रह गया। शतरंज जैसे सधी हुई शालीनता वाले खेल में इस तरह का व्यवहार देखकर दर्शकों और विशेषज्ञों ने नाराजगी जताई।
नाकामुरा के इस व्यवहार को लेकर सोशल मीडिया पर मिश्रित प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कई लोगों का मानना है कि यह खेल भावना की अवहेलना है, जबकि कुछ का कहना है कि नाकामुरा इस तरह के प्रदर्शन से शतरंज को अधिक लोकप्रिय बनाने और उसे नए दर्शक वर्ग तक पहुँचाने की कोशिश कर रहे हैं।
हालांकि, दुनिया भर के शतरंज प्रेमियों और विशेषज्ञों ने इसे “अनुचित” और “असम्मानजनक” बताते हुए निंदा की है। उनका कहना है कि शतरंज एक बौद्धिक और अनुशासित खेल है, जहां ऐसी हरकतें खेल की गरिमा को ठेस पहुंचाती हैं।
फिलहाल, नाकामुरा की इस हरकत को लेकर अंतरराष्ट्रीय शतरंज महासंघ (FIDE) की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन यह विवाद अब पूरी शतरंज बिरादरी में चर्चा का विषय बन गया है।









