सोनभद्र: विंढमगंज थाना क्षेत्र में यूरिया खाद की भारी कमी से किसान परेशान हैं। धान की रोपाई के बाद खाद की अत्यधिक आवश्यकता है, लेकिन वितरण में गड़बड़ी और सीमित स्टॉक के कारण किसानों को निराशा झेलनी पड़ रही है।

सुबह से लगी भीड़, प्रशासन पर आरोप
बुधवार सुबह हजारों किसान खाद लेने पहुंचे। भीड़ को नियंत्रित करने में प्रशासनिक व्यवस्था लड़खड़ा गई। लाइन में खड़े ग्रामीण लक्ष्मण मौर्य ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने कतार में खड़ी महिला और एक युवक पर लाठी चला दी, जिससे हालात बिगड़ गए।
इसके बाद किसानों ने “प्रशासन मुर्दाबाद” के नारे लगाने शुरू कर दिए और देखते ही देखते राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लग गया। सैकड़ों वाहन घंटों फंसे रहे।

अधिकारियों की भागदौड़
सूचना पर अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और किसानों को समझा-बुझाकर कैम्पस की ओर भेजा, जिसके बाद जाम हट सका। वहीं, मेदनीखाड़ लैम्पस पर भी इसी तरह की अफरा-तफरी रही। किसान लालमन प्रसाद ने बताया, “सिर्फ 200 बोरा खाद आया है और किसान हजारों की संख्या में हैं, ऐसे में भगदड़ तो होगी ही। प्रशासन कुछ नहीं कर पा रहा है।”
स्थिति संभालने पहुंचे सचिव नारायण पटेल भीड़ देखकर वापस लौट गए। किसानों का आरोप है कि लगातार कई दिनों से वे खाद के लिए भटक रहे हैं, जबकि उनकी फसलें बर्बाद हो रही हैं।
किसान बनाम प्रशासन
किसानों का कहना है कि सरकार समय से खाद उपलब्ध कराने में विफल रही है। दूसरी ओर अधिकारियों का दावा है कि पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध है और सहकारी समितियों के माध्यम से पारदर्शी वितरण कराया जा रहा है।
एडीओ (सहकारी) ने बताया कि समितियों में सीमित मात्रा में खाद पहुंच रही है। लंबी कतारों के कारण प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में वितरण कराया जा रहा है ताकि किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो।

Author: Ujala Sanchar
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