राजस्थान: झालावाड़ जिले के मनोहरथाना क्षेत्र स्थित पिपलोदी प्राइमरी स्कूल में मंगलवार सुबह एक दिल दहला देने वाला हादसा हो गया। सुबह करीब 8 बजे, पढ़ाई के दौरान स्कूल की छत अचानक भरभराकर गिर गई, जिससे 5 बच्चों की मौत हो गई, जबकि 17 बच्चे घायल हो गए हैं।
70 बच्चे थे स्कूल में मौजूद, मलबे में दबे 40 से अधिक बच्चों की आशंका
बताया जा रहा है कि हादसे के समय स्कूल में लगभग 70 बच्चे मौजूद थे। अभी भी 41 से ज्यादा बच्चों के मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है। मौके पर पुलिस, प्रशासन और NDRF की टीमें युद्धस्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं।
मौके पर पहुंचे अधिकारी, घायलों को पहुंचाया गया अस्पताल
झालावाड़ के पुलिस अधीक्षक अमित कुमार बुदानिया ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही जिला कलेक्टर और पुलिस टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं। घायलों को तत्काल नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां कुछ बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
सवालों के घेरे में स्कूलों की जर्जर बिल्डिंग
यह हादसा एक बार फिर देश के सरकारी स्कूलों की जर्जर बिल्डिंग और रखरखाव की लापरवाही को उजागर करता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि स्कूल की बिल्डिंग काफी समय से खस्ताहाल थी, लेकिन इसके बावजूद प्रशासन ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया।
पूरे देश को झकझोर देने वाली घटना
पिपलोदी स्कूल हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। यह घटना हमें पिछले वर्षों में हुए कई बड़े स्कूल हादसों की याद दिलाती है और बच्चों की सुरक्षा को लेकर प्रशासनिक लापरवाही पर गहरी चिंता जाहिर करती है।
प्रशासन ने जताया दुख, जांच के आदेश
राज्य सरकार ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है और उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। मृत बच्चों के परिवारों को आर्थिक सहायता देने की भी घोषणा की गई है।

Author: Ujala Sanchar
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