वाराणसी: देव दीपावली के भव्य उत्सव के बाद, घाटों पर सफाई एक बड़ी चुनौती बन गई। जलाए गए असंख्य दीयों और अन्य कचरे के ढेर को हटाने के लिए नगर निगम की टीम पूरी रात और अगले दिन सफाई में जुटी रही। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर स्नान और दान के लिए उमड़ी भीड़ ने घाटों पर गंदगी का अंबार लगा दिया, लेकिन उच्च अधिकारियों के निर्देश पर सफाई तेजी से पूरी की गई।

देव दीपावली खत्म होते ही शुक्रवार देर रात से सफाई का काम शुरू हुआ। रविदास घाट से लेकर तुलसी घाट तक करीब 15 टन कचरा, जिसमें दीये, फूल-मालाएं और अन्य अपशिष्ट पदार्थ शामिल थे, उसे हटाने के लिए विशेष प्रयास किए गए। नगर निगम के मुख्य सफाई निरीक्षक आनंद कुमार और सफाई एवं खाद्य निरीक्षक अर्चना विश्वकर्मा ने अभियान का नेतृत्व किया।
सफाई कार्य में आठ सुपरवाइजर्स और 120 सफाई कर्मचारी लगाए गए। सुपरवाइजर टीम में अनुजय, घनश्याम, बसंत, राजकुमार, विजेंद्र पाठक, शिवकुमार मौर्य, सुनील और सनी शामिल थे। इस टीम ने शनिवार सुबह 11 बजे तक घाटों की सफाई पूरी कर ली। घाटों पर अलग-अलग प्रकार के कचरे को अलग से इकट्ठा किया गया ताकि उनका सही निस्तारण किया जा सके।
नगर निगम के अधिकारी पूरी प्रक्रिया की पल-पल मॉनीटरिंग करते रहे। इस बार विशेष ध्यान दिया गया कि पूजा में इस्तेमाल किए गए कचरे को अलग-अलग संभालकर इकट्ठा किया जाए। आनंद कुमार और अर्चना विश्वकर्मा ने बताया कि सभी घाटों की सफाई के लिए अतिरिक्त टीमें भी तैनात की गई थीं।









