गाजीपुर। मध्य प्रदेश और राजस्थान में ‘कोल्डरिफ’ कफ सिरप से हुई कई बच्चों की संदिग्ध मौतों के बाद गाजीपुर जिला प्रशासन और खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग अलर्ट मोड पर आ गया है। संभावित दवा संदूषण या अवैध बिक्री की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने गुरुवार को जिले के विभिन्न बाल चिकित्सा अस्पतालों और मेडिकल स्टोर्स से कफ सिरप के 12 नमूने एकत्र किए हैं।
जांच टीम ने जिले में चल रहे ‘विशेष औषधि निरीक्षण अभियान’ के तहत कई अस्पतालों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान नमूने लेकर उन्हें जांच के लिए राजधानी लखनऊ स्थित राजकीय औषधि प्रयोगशाला भेजा गया है।
टीम ने सबसे पहले सिकंदरपुर स्थित डॉ. शरद राय के आस्था चाइल्ड एंड मैटरनिटी सेंटर का निरीक्षण किया और वहां संचालित मेडिकल स्टोर से 2 कफ सिरप नमूने लिए। इसके बाद सरैयां स्थित डॉ. संजय यादव के वात्सल्य चाइल्ड केयर एंड हॉस्पिटल से संचालित वात्सल्य फार्मेसी से 2 नमूने, रौजा के सरस्वती विहार स्थित डॉ. राममूर्ति सिंह के चाइल्ड केयर हॉस्पिटल से संचालित उषा मेडिकल स्टोर से 2 नमूने, खजुरिया त्रिमुहानी पर स्थित डॉ. शशांक सूर्यवंशी के चाइल्ड केयर हॉस्पिटल से संचालित पूनम मेडिकल स्टोर से 2 नमूने, लक्ष्मी विहार कॉलोनी में डॉ. दीपक तिवारी के जगरनाथ मेडिकल स्टोर से 2 नमूने, और रौजा के चंद्रशेखर नगर स्थित डॉ. अर्चना राय के शिवम मेडिकल स्टोर से 2 नमूने एकत्र किए गए।
अधिकारियों के अनुसार, अब तक जांच के दौरान प्रतिबंधित ‘कोल्डरिफ’ सिरप का कोई नमूना नहीं मिला है। सभी एकत्रित नमूनों को प्रयोगशाला जांच के लिए भेज दिया गया है और रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है, ताकि बाजार में किसी भी हानिकारक या प्रतिबंधित कफ सिरप की बिक्री न हो सके।
प्रशासन ने जिले के सभी फार्मेसी और अस्पतालों को चेतावनी दी है कि वे किसी भी अस्वीकृत या संदिग्ध कंपनी की दवाओं की बिक्री से बचें, अन्यथा उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
ब्यूरोचीफ: संजय यादव

Author: Ujala Sanchar
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