गाजीपुर: भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जनजाति मोर्चा के तत्वावधान में मरदह ब्लॉक के हरिहरपुर-जुझारपुर पंचायत भवन पर वीरांगना महालक्ष्मी रानी दुर्गावती का 461वां बलिदान दिवस श्रद्धा एवं सम्मान के साथ मनाया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीणों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
दीप प्रज्वलन और पुष्पांजलि से हुई कार्यक्रम की शुरुआत
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जंगीपुर विधानसभा संयोजक मनोज सिंह और विशिष्ट अतिथि शिवशंकर यादव ने रानी दुर्गावती के तैल चित्र पर दीप प्रज्वलित कर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके साथ ही कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत हुई।

रानी दुर्गावती का जीवन बना प्रेरणा का स्रोत
मुख्य वक्ता मनोज सिंह ने कहा कि रानी दुर्गावती साहस, शौर्य और आत्मबल की प्रतीक थीं। उन्होंने 16 वर्षों तक जबलपुर केंद्रित राज्य पर शासन किया और 24 जून 1564 को युद्धभूमि में वीरगति को प्राप्त हुईं। उन्होंने युवाओं और विशेषकर बालिकाओं से रानी दुर्गावती के जीवन से प्रेरणा लेने की अपील की।

जातीय प्रमाण पत्र को लेकर उठाई मांग
पत्रकारों से बातचीत में मनोज सिंह ने कहा कि रानी दुर्गावती के वंशज गौड़ और खरवार समाज को जातीय प्रमाण पत्र जारी करने में आ रही दिक्कतों का जल्द समाधान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस विषय में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर समस्याओं को अवगत कराया गया है। कुछ कुंठित मानसिकता के अधिकारी इस प्रक्रिया में अनावश्यक अड़चनें डाल रहे हैं, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सैकड़ों की संख्या में लोगों की उपस्थिति
कार्यक्रम में धनंजय प्रजापति (प्रधान), रोहित यादव (ग्राम प्रधान), अभिषेक चौहान, रमाकांत विश्वकर्मा, किशन सिंह, ऋषिकेश कुशवाहा, प्रांशु सिंह, राजेश गोंड, अरविंद गौड़, राजेश खरवार समेत सैकड़ों ग्रामीणों और कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रही।
वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता अशोक गौड़ ने की जबकि संचालन योगाचार्य उपेंद्र सिंह ने किया। अंत में संयोजक अशोक गौड़ ने सभी आगंतुकों और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया।

Author: Ujala Sanchar
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