सोनभद्र: ग्राम पंचायत जुगैल के बड़का डाड़ में रहने वाले 18 आदिवासी परिवारों की जमीन से जुड़े विवाद और टोला पुरान डीह निवासी देवनाथ खरवार के पुत्र लल्लू राम की संदिग्ध मौत को लेकर राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटक) ने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक सोनभद्र को अलग-अलग ज्ञापन सौंपकर सीआईडी जांच और मजिस्ट्रेटी जांच की मांग की है।

जमीन विवाद को लेकर डीएम को सौंपा गया ज्ञापन
इंटक के जिलाध्यक्ष हरदेवनारायण तिवारी ने बताया कि गाटा संख्या 14132 (घघवा, कोठी पियार) की ज़मीन को राम प्रसाद सहित 18 आदिवासी परिवार बीते 25-30 वर्षों से जोतते-बोते आ रहे थे। लेकिन वर्ष 2007-08 में उस समय के ग्राम पंचायत सदस्य अमृतलाल बैगा ने इस भूमि पर अपने और परिजनों के नाम से पट्टा करा लिया।
तिवारी ने आरोप लगाया कि यह पट्टा अनियमित तरीके से कराया गया, और वर्ष 2024 में अमृतलाल बैगा ने जबरन जमीन पर कब्जा करने का प्रयास किया, जिससे गांव में तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई। उन्होंने कहा कि यदि समय रहते उच्च स्तरीय जांच नहीं हुई तो हालात उम्भा जैसी घटना को जन्म दे सकते हैं।
उन्होंने जिलाधिकारी से मांग की कि मजिस्ट्रेट स्तर की जांच कराई जाए, और वास्तविक जोत-कोड़ करने वालों के नाम पर ज़मीन का अधिकार सुनिश्चित किया जाए।
युवक की मौत की सीआईडी जांच की मांग
वहीं इंटक के जिला उपाध्यक्ष बृजेश तिवारी और कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष ने पुलिस अधीक्षक से मुलाक़ात कर लल्लू राम की मौत की जांच सीआईडी से कराने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि यह मौत साज़िश के तहत हुई, जिसमें गांव के ही कुछ लोगों की भूमिका संदिग्ध है।
इंटक के महामंत्री शमीम अख्तर खान ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि सोनभद्र के आदिवासी समुदाय के साथ लगातार अन्याय हो रहा है, लेकिन प्रशासन इन घटनाओं को गंभीरता से नहीं ले रहा।
आदिवासियों ने भी जताई नाराज़गी
इस अवसर पर दूधनाथ खरवार, स्वतंत्र साहनी, राम प्रसाद, भैया राम, चंन्दर, बीरबल, पन्नालाल समेत दर्जनों आदिवासी ग्रामीण भी जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से मिलकर अपनी सुरक्षा और जमीन पर अधिकार की मांग करते हुए न्याय की गुहार लगाई।

Author: Ujala Sanchar
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