गाजीपुर: शिक्षा क्षेत्र देवकली में सोमवार को उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर कम छात्र संख्या वाले विद्यालयों के मर्जर (एकीकरण) के विरोध में एक आवश्यक बैठक आयोजित की गई।

बैठक में शिक्षकों के साथ-साथ विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष, ग्राम प्रधान और छात्र-छात्राओं के अभिभावकों ने भी भाग लिया। बैठक की अध्यक्षता संघ के देवकली इकाई अध्यक्ष दीपक जायसवाल ने की जबकि संचालन संघ मंत्री रणजीत कुमार द्वारा किया गया।
“स्कूल मर्जर बच्चों के मौलिक अधिकारों पर हमला” – दीपक जायसवाल
इस मौके पर अध्यक्ष दीपक जायसवाल ने कहा कि शासन स्तर से 50 से कम नामांकित बच्चों वाले विद्यालयों का मर्जर कराया जा रहा है, जो बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम (RTE) के पूरी तरह खिलाफ है। यह निर्णय बच्चों के मौलिक अधिकारों और उनकी शिक्षा की पहुंच पर सीधी चोट है।
उन्होंने आगे कहा कि इस तरह के निर्णय से छोटे बच्चों को 2 किलोमीटर या उससे अधिक दूरी पर स्थित स्कूलों में भेजना पड़ेगा, जो न केवल अव्यवहारिक है, बल्कि शारीरिक और मानसिक रूप से भी नुकसानदायक है। बैठक में वक्ताओं ने सर्वसम्मति से इस शासनादेश को बेसिक शिक्षा के विरुद्ध करार देते हुए इसे हर हाल में वापस लेने की मांग की।
सैकड़ों शिक्षकों, प्रधानों और अभिभावकों ने जताई एकजुटता
इस बैठक में निम्न प्रमुख लोगों सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे जिनमें चंद्रशेखर सिंह यादव, सुनीता यादव, अवधेश नारायण सिंह, आत्मप्रकाश, वीरेंद्र सिंह यादव, राजेश सिंह यादव, मनीष कुमार यादव, विजय प्रताप सिंह, महेंद्र प्रताप यादव, अखिलेश यादव, मंगला प्रसाद, अमरदीप, सत्येंद्र कुमार, रत्नाकर यादव, रीता सिंह, धर्मदेव सिंह कुशवाहा, आरती, गजाला नाहिद, विजयलक्ष्मी, नंदलाल सिंह कुशवाहा (प्रधान), जयप्रकाश यादव, व कई अन्य शिक्षकों, प्रधानों व अभिभावकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

Author: Ujala Sanchar
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