पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय महिला महाविद्यालय के 24वें स्थापना दिवस के अवसर पर कवियों और कवित्रियों ने दी शानदार प्रस्तुति

Ujala Sanchar

सेवापुरी/वाराणसी: पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय महिला महाविद्यालय सेवापुरी में महाविद्यालय का चौबीसवां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर आयोजित कवि सम्मेलन का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन द्वारा हुआ। जिसमें प्रो रचना शर्मा, कुड़कुड़ा गाजीपुर से अशोक कुमार सिंह, डॉ रणधीर सिंह, नवल किशोर गुप्ता, सविता सौरभ, गीता रानी शर्मा और संगीता श्रीवास्तव ने अपनी कविताएं सुनाईं।

प्रो अशोक कुमार सिंह ने कहा की ‘आप साहित्य जिसे कहते हैं, वाकई वह जहन की खेती है। इसके साथ ही डॉ रचना शर्मा की कविता ‘ लड़कियां मखमली गुड़िया नहीं होती छात्राओं के दिल में उतर गई।

मुख्य अतिथि के रूप में प्रो सविता भारद्वाज पूर्व प्राचार्य राजकीय महाविद्यालय, विशिष्ट अतिथि प्रो संगीता सिन्हा प्राचार्य राजकीय महाविद्यालय चकिया चंदौली और महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो सुधा पाण्डेय ने संयुक्त रूप से सरस्वती, महात्मा गांधी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा का माल्यार्पण किया। महाविद्यालय के विद्वान प्राध्यापकों, कर्मचारियों और पत्रकार बन्धुओं को सम्मानित किया गया।

गाजीपुर जनपद में प्राचार्य पद सेवा दे चुकी प्रो सविता भारद्वाज ने अपने उद्बोधन में कहा कि कवि का दर्द निजी नहीं वह समाज की पीड़ा की अनुभूति होती है। उन्होंने छात्राओं को कहा कि उठो, जागो और तब तक नहीं रुको, जब तक लक्ष्य हासिल न हो।

इसके साथ ही अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में महाविद्यालय की प्राचार्य सुधा पाण्डेय ने कहा कि इस तरह का आयोजन साहित्य और संस्कृति को संरक्षित करते हैं। हमारी भारतीय संस्कृति विश्व बन्धुत्व को संबल प्रदान करती है। कार्यक्रम का संचालन प्रो कमलेश कुमार सिंह ने किया।

इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रो रविप्रकाश गुप्ता, प्रो राम कृष्ण गौतम, प्रो सत्यनारायण वर्मा, प्रो अर्चना गुप्ता, डॉ सर्वेश कुमार सिंह, डॉ कमलेश कुमार सिंह, डॉ सौरभ सिंह, डॉ सुष्मिता, डॉ प्रिया मिश्रा, डॉ सुधा तिवारी, राम किंकर सिंह, दयाराम, मिट्ठू और शोध छात्र सहित छात्राएं उपस्थित रहीं। समारोहक डॉ घनश्याम कुशवाहा ने आगंतुकों को धन्यवाद ज्ञापित किया।

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