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सपा सांसद ने कहा- दिशा कमेटी की 9 महीनों से नहीं हुई बैठक, भ्रष्टाचार पर पर्दा डाल रही सरकार

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वाराणसी: सपा सांसद विरेन्द्र सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस कर सरकार पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा की दिशा कमेटी की एक साल में चार बैठकें होती है. ऐसे में कमेटी सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जांच कर प्रोग्रेस रिपोर्ट सरकार को पेश करती है, लेकिन करीब नौ महीने हो गये अभी तक एक भी बैठक नहीं हुई है.

सपा सांसद ने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए दिशा कमेटी की बैठक नहीं होने दे रही है. ऐसे में योजनाओं की जांच और कार्यों की समीक्षा के सदस्यों ने सरकार के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया. उन्होंने आरोप लगाया कि लगातार प्रयास के बावजूद लगभग 8-9 महीने बीत गए और केंद्र सरकार के द्वारा बनाए गये नियम जिसमें साल में 4 बार दिशा कमेटी की बैठक होनी चाहिए, लेकिन एक भी बैठक नहीं हो सकी।

क्या है दिशा कमेटी

दिशा कमेटी एक ऐसी कमेटी होती हैं, जिसके माध्यम से केंद्र सरकार द्वारा जो योजनाएं चलायी जाती है उन योजनाओं की समीक्षा की जाती है, ताकि योजनाओं का लाभ जरूरतमंदों तक पहुंच सके। यह भी तय किया जाता है कि सम्बंधित अधिकारी जनहित में काम कर रहे है अथवा नहीं। उनकी जवाबदेही सुनिश्चित की जाती है।

विशेष रूप से मनरेगा में जो मजदूर हैं उनको भुगतान सही मिल रहा है या नहीं मिल रहा है। प्रधानमंत्री आवास और चिकित्सा व्यवस्था से लेकर वह तमाम योजनाएं जैसे प्रधानमंत्री जी द्वारा कई गाँव गोद लिए गए, है उस गाँव की अद्यतन स्थिति क्या है? गोद लिए गए गाँव की स्थिति सुधरी है कि नहीं सुधरी, ये जनता के सामने आ जाए। माननीय प्रधानमंत्री के जनपद में दिशा कमेटी की बैठक का न होना अन्य जनपदों के लिए सही सन्देश नहीं दे सकता है।

इस सन्दर्भ में कई पत्र माननीय प्रधानमंत्री जी, माननीय ग्रामीण विकास मंत्री सहित आयुक्त, वाराणसी मंडल और जिलाधिकारी, वाराणसी को लिख चुका हूँ। परन्तु इसका अभी तक कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया है। क्या वाराणसी की जनता को केंद्र सरकार द्वारा लागू योजनाओं के बारे में जानने का अधिकार भी नहीं है ?

वहीं क्षेत्र में भ्रमण के दौरान ग्रामीण जनता की कई छोटे-छोटे कार्यों के सम्बन्ध में मांग होती है, जिसका तत्काल समाधान किया जाना आवश्यक भी होता है। हम उन कार्यों को प्रस्तावित भी करते है और उन एजेंसियों को कार्य आवंटित करते है जो उन कार्यों को तत्काल पूर्ण कर दे, अन्यथा कार्य में देरी होने से जनता और नाराज होती है। इसके लिए भी कई बार सम्बंधित अधिकारी को बताया गया। संभवतः अधिकारी मेरी पीड़ा को समझेंगे और आवश्यक निर्देश जारी करेंगे।

Ujala Sanchar
Author: Ujala Sanchar

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