वाराणसी: बरेका में ‘विश्व ध्यान दिवस’ पर विशेष ध्यान सत्र का आयोजन

वाराणसी: बनारस रेल इंजन कारखाना (बरेका) के केंद्रीय चिकित्सालय सभागार में विश्व ध्यान दिवस के अवसर पर ब्रह्म कुमारी द्वारा एक विशेष ध्यान सत्र का आयोजन किया गया। इस सत्र का उद्देश्य अधिकारियों, कर्मचारियों और उनके परिवारों को मानसिक शांति, आंतरिक संतुलन और एकाग्रता के महत्व से अवगत कराना था।

कार्यक्रम की शुरुआत ब्रह्माकुमारी सरोज दीदी द्वारा दिए गए प्रेरणादायक व्याख्यान से हुई। जिसमें उन्होंने ध्यान की आवश्यकता और इसके लाभों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि “ध्यान न केवल मानसिक शांति प्रदान करता है, बल्कि यह जीवन में संतुलन, ऊर्जा और कार्यस्थल पर उत्पादकता बढ़ाने का महत्वपूर्ण साधन है। ध्यान से मन और शरीर का सामंजस्य स्थापित होता है, जो न केवल व्यक्तिगत जीवन को समृद्ध करता है बल्कि समाज को भी एक सकारात्मक दिशा देता है।”

ब्रह्माकुमारी सरोज दीदी ने सभा को ध्यान की सरल विधियों से परिचित कराया और सभी उपस्थित लोगों को गहन ध्यान का अनुभव कराया। इस अवसर पर बरेका के कई वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों ने सत्र में भाग लिया।

वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. संतोष कुमार मौर्या,वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. विजय दुर्गा,जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार,सहायक नर्सिंग अधिकारी गीता कुमारी, ब्रह्माकुमारी चंदा दीदी, ब्रह्म कुमार इरशाद भाई, लोकपति शुक्ला, अमित दुबे, आरती, कमला, उषा सिंह, चंद्रकला, देवतानंद तिवारी, रजनीश दुबे, ऋतुराज यादव, अरविंद तिवारी, पंकज श्रीवास्तव और अंशुमन घोष मौजूद रहे।

कार्यक्रम में प्रमुख मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेश कुमार ने भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा “आधुनिक जीवनशैली में जहां तकनीक ने हमें सुविधा प्रदान की है, वहीं आंतरिक शांति और मानसिक स्थिरता बनाए रखना एक चुनौती बन गया है। ऐसे में ध्यान हमें एक नया दृष्टिकोण देता है, जो न केवल हमारे मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है बल्कि कार्यक्षमता और निर्णय लेने की क्षमता को भी बढ़ाता है।”

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डॉ. देवेश कुमार ने उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों को दैनिक जीवन में ध्यान को अपनाने का आह्वान किया। उल्लेखनीय है,कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने 29 नवंबर 2024 को एक प्रस्ताव पारित कर 21 दिसंबर को विश्व ध्यान दिवस के रूप में घोषित किया था। इस दिन का उद्देश्य ध्यान के महत्व और इसके लाभों के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।

सत्र के दौरान, उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों ने ध्यान का अभ्यास किया और इसे जीवन का हिस्सा बनाने का संकल्प लिया। श्री राजेश कुमार एवं डॉक्टर विजय दुर्गा ने बताया कि नियमित ध्यान न केवल मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत करता है, बल्कि यह तनाव, चिंता और अन्य मानसिक दबावों से निपटने में भी सहायक है।

सत्र के अंत में उपस्थित सभी लोगों ने ध्यान की अनुभूति के बाद अपने अनुभव साझा किए और इसे एक सकारात्मक पहल बताया।
कार्यक्रम के समापन पर सभी ने विश्व ध्यान दिवस की सफलता की कामना की और भविष्य में ऐसे और आयोजनों की अपेक्षा की। बरेका परिवार के सदस्यों ने एकजुट होकर ध्यान और आंतरिक शांति के महत्व को आत्मसात किया। एवं सम्पूर्ण कार्यक्रम का सुरुचिपूर्ण संचालन फार्मासिस्ट लोकपति शुक्ला ने किया।

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