गाजीपुर: जखनियां में सिद्धपीठ हथियाराम मठ पर गुरुवार को राज्य स्तरीय निशुल्क कृत्रिम अंग शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर दिव्यांग जनों के चेहरे खुशी से खिल उठे। किसी को कृत्रिम पैर लग रहा था तो किसी को हाथ, जिससे उन्हें फिर से गतिशीलता और आत्मनिर्भरता प्राप्त हुई।
शिविर में अनरजीत चौहान, जमुना यादव, जुनैद अख्तर, शीला देवी, सर्फुद्दीन अंसारी, राकेश मोती, चन्द्र गुप्ता, नन्दकिशोर पांडेय, रोहित कुमार यादव, रामरती, दिनेश विश्वकर्मा, निरपत्त यादव सहित एक दर्जन दिव्यांग जनों को कृत्रिम अंग लगाए गए। दिव्यांगों को माला और अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया गया।
सिद्धपीठ के मठाधिश्वर महामंडलेश्वर भवानी नंदन यति जी महाराज ने कहा कि अधिवक्ता हरीश भारती की भूमिका देवदूत जैसी है। उन्होंने दिव्यांगों के लिए भेजे गए उपकरणों से उन्हें गतिशीलता, आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता प्राप्त होने की सराहना की। महाराज ने बताया कि कृत्रिम अंग लगाने के लिए अत्याधुनिक मशीनें मठ पर स्थापित की गई हैं, जिनका संचालन मानव सेवा समिति के प्रवंधक रमेश यादव और उनकी टीम कर रही है।
हरीश भारती, जो पंजाब निवासी और अमेरिका के ख्यातिप्राप्त अधिवक्ता हैं, ने सामाजिक कार्यकर्ता ब्रजभूषण दुबे के माध्यम से जानकारी प्राप्त की कि पूर्वांचल में ऐसे लोग काफी संख्या में हैं, जो जन्मजात, बीमारी या दुर्घटना के कारण अंगहीन हो गए हैं। इसके बाद उन्होंने दिव्यांगों के लिए कृत्रिम अंग लगाने की मशीनें उपलब्ध कराईं और वीडियो कॉलिंग के माध्यम से मठ की स्थिति देख आशीर्वाद भी दिया।
इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता ब्रजभूषण दुबे, पूर्व मंत्री डा. रमाशंकर राजभर, रमेश यादव, लवटू प्रजापति, प्रधान विजय राजभर, डा. आर पी पांडेय, राहुल और अमन कुमार सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

Author: Ujala Sanchar
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