वाराणसी: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के छात्रों ने उदय प्रताप कॉलेज की संपत्ति पर वक्फ बोर्ड द्वारा किए गए दावे का विरोध करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान वक्फ बोर्ड का पुतला जलाकर छात्रों ने अपनी नाराजगी जाहिर की।

घटना की शुरुआत तब हुई जब यूपी कॉलेज के छात्रों ने वक्फ बोर्ड के दावे के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए हनुमान चालीसा का पाठ किया। इसी दौरान प्रशासन ने छात्रों को हिरासत में ले लिया। उनकी गिरफ्तारी के विरोध में काशी विद्यापीठ के सैकड़ों छात्र सड़कों पर उतर आए और वक्फ बोर्ड के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।
छात्र नेता शिवम तिवारी ने कहा, “हम यूपी कॉलेज के छात्रों के साथ मजबूती से खड़े हैं। अगर जरूरत पड़ी तो हजारों की संख्या में समर्थन देने जाएंगे। सरकार को जल्द से जल्द वक्फ बोर्ड पर कार्रवाई कर शांति स्थापित करनी चाहिए।”

छात्रसंघ अध्यक्ष पद के प्रत्याशी आशुतोष तिवारी हर्षित ने कहा, “वक्फ बोर्ड का गठन 1954 में हुआ, जबकि यूपी कॉलेज की स्थापना 1909 में हुई। ऐसे में वक्फ बोर्ड किस आधार पर इस संपत्ति पर दावा कर सकता है? अगर अभी आवाज नहीं उठाई गई, तो भविष्य में वक्फ बोर्ड सभी शैक्षणिक संस्थानों पर अपना दावा करने लगेगा।”
उन्होंने आगे कहा, “वक्फ बोर्ड का गठन परोपकार और अल्लाह के नाम पर किया गया था, लेकिन अब यह लाखों छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने की साजिश रच रहा है। हम इसे किसी भी कीमत पर सफल नहीं होने देंगे।”
इस विरोध प्रदर्शन में शिवम तिवारी, आशुतोष तिवारी हर्षित, अनुराग राय, अनीश पटेल, देवांश पांडेय, सूरज उपाध्याय, हिमांशु मिश्रा, आदर्श पांडेय, युवराज पांडेय, सुधांशु, विशाल, उज्ज्वल सिंह, किशन सिंह समेत सैकड़ों छात्र शामिल हुए।

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