गाजीपुर। जिले के मरदह ब्लॉक परिसर में बन रहा लाखों रुपये की लागत से नवनिर्मित मीटिंग हॉल निर्माण शुरू होते ही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ता दिखाई दे रहा है। स्थानीय लोगों की शिकायत पर सामने आया है कि निर्माण कार्य में जहां एक नंबर ईंट का प्रयोग किया जाना था, वहां ठेकेदार द्वारा घटिया और चार नंबर की ईंटें लगाई जा रही हैं।
जानकारी के अनुसार, निर्माण स्थल पर किसी भी विभागीय इंजीनियर या अधिकारी द्वारा निरीक्षण नहीं किया जा रहा है। इससे यह सवाल उठ रहा है कि आखिर क्यों जिम्मेदार अधिकारी निर्माण स्थल से दूरी बनाए हुए हैं। क्या इसके पीछे किसी ठेकेदार या प्रभावशाली व्यक्ति का दबाव तो नहीं है, जिसकी वजह से अधिकारी कार्रवाई से बच रहे हैं?
स्थानीय लोगों का कहना है कि मरदह ब्लॉक परिसर में निर्माण कार्य की गुणवत्ता बेहद खराब है। ईंटों के साथ-साथ अन्य निर्माण सामग्री की गुणवत्ता पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। यदि संबंधित विभाग द्वारा जांच कराई जाए तो कई गंभीर खामियां और अनियमितताएं सामने आ सकती हैं।
सरकार लगातार भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन की दिशा में कार्य कर रही है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अधिकारियों को साफ निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी विकास परियोजना में भ्रष्टाचार या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लेकिन मरदह ब्लॉक का यह मामला सरकार के आदेशों की खुलेआम अवहेलना करता दिख रहा है।
जनता अब सवाल पूछ रही है कि “क्या मरदह ब्लॉक का यह ठेकेदार इतना प्रभावशाली है कि सरकारी अधिकारी भी कार्रवाई करने से कतरा रहे हैं?”
स्थानीय नागरिकों ने जिलाधिकारी गाजीपुर से मांग की है कि निर्माण स्थल का निरीक्षण कराकर संबंधित अधिकारियों व ठेकेदार पर जांच बिठाई जाए, ताकि सरकारी धन की बर्बादी और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया जा सके।

Author: Ujala Sanchar
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