वाराणसी: पूर्वोत्तर रेलवे, वाराणसी मंडल के दो रेलकर्मियों को कार्यस्थल पर उनकी सतर्कता और तत्परता के लिए महाप्रबंधक माथुर द्वारा ‘मैन ऑफ द मंथ’ सम्मान से नवाजा गया। यह सम्मान उन्हें संभावित रेल दुर्घटनाओं को समय रहते टालने में अहम भूमिका निभाने के लिए प्रदान किया गया।

इस अवसर पर महाप्रबंधक सभाकक्ष में आयोजित सम्मान समारोह में दोनों कर्मचारियों को नगद पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
तकनीशियन अरविन्द कुमार ने बचाई संभावित दुर्घटना
वाराणसी मंडल के बनारस स्टेशन पर तकनीशियन/समाडि के पद पर कार्यरत अरविन्द कुमार ने 31 मार्च 2025 को ड्यूटी के दौरान गाड़ी संख्या 12334 के फ्रंट एस.एल.आर. कोच के ब्रेक गियर पिन के अभाव को देखा। उन्होंने तत्काल इसकी सूचना संबंधित विभाग को दी, जिससे समय रहते ब्रेक शू व ब्रेक शू हैंगर के मध्य ब्रेक गियर पिन को लगाया गया और एक संभावित हादसे को रोका जा सका।
कांटावाला संदीप कुमार शाह की सतर्कता से बची ट्रेन
इसी क्रम में, नंदगंज स्टेशन पर कांटावाला के पद पर तैनात श्री संदीप कुमार शाह ने 29 अप्रैल 2025 को समपार फाटक पर ड्यूटी के दौरान एक ट्रेन के इंजन से चिंगारी निकलते हुए देखी। उन्होंने तुरंत स्टेशन मास्टर को सूचित किया, जिससे थ्रू ट्रेन को लाल हैंड सिग्नल दिखाकर रोका गया। जांच के दौरान पाया गया कि इंजन के पिछले कैटल गार्ड में लगभग 5 फीट का एंगल फंसा हुआ था, जिसे निकाल कर ट्रेन को सुरक्षित रवाना किया गया।
संरक्षा में अनुकरणीय योगदान
महाप्रबंधक माथुर ने दोनों कर्मचारियों के कार्य की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि “रेल संरक्षा रेलवे की सर्वोच्च प्राथमिकता है। ऐसे सजग और समर्पित कर्मचारियों की भूमिका अमूल्य है, जो हर स्थिति में सजग रहकर यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं।”
इन दोनों कर्मचारियों को महाप्रबंधक स्तर पर “मैन ऑफ द मंथ – संरक्षा पुरस्कार” के लिए चयनित किया गया, जो अन्य कर्मचारियों के लिए भी प्रेरणास्रोत है।

Author: Ujala Sanchar
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