वाराणसी: गंगा के बढ़ते जलस्तर ने वरूणा नदी में भी उफान ला दिया है। गंगा के पलट प्रवाह के कारण वरूणा का पानी तटवर्ती इलाकों में फैल गया है और कई घरों में घुस चुका है। इससे सलारपुर, कोनिया, आदमपुर सहित कई इलाकों में रहने वाले लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। घरों में पानी भरने से लोग जरूरी सामान समेटकर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं।
स्थानीय निवासी ललिता ने बताया कि उनके घर में पूरी तरह से पानी भर चुका है, इसलिए अब राहत शिविर की ओर रुख करना पड़ा। सलारपुर की एक अन्य महिला ने भी यही स्थिति साझा की। वहीं, महेंद्र प्रताप ने प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि लेखपालों और राजस्व कर्मियों की लापरवाही से असली बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री नहीं मिल रही, जबकि कई अपात्र लोग इसका लाभ उठा रहे हैं।
बाढ़ की गंभीर स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने राहत चौकियों की स्थापना की है। सलारपुर वार्ड नंबर-5 के प्राथमिक विद्यालय में बनाए गए राहत शिविर में अब तक 36 लोगों को आश्रय दिया गया है। यहां पीड़ितों को खाद्य सामग्री, चिकित्सा और अन्य जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी दौरे के दौरान सलारपुर राहत कैंप का निरीक्षण किया। उन्होंने राहत सामग्री वितरित की और अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोई भी जरूरतमंद वंचित न रहे। जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार और अपर पुलिस आयुक्त शिवहरि मीणा ने भी प्रभावित इलाकों का दौरा कर व्यवस्थाओं की समीक्षा की है।

Author: Ujala Sanchar
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