गाजीपुर: 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर जिला कारागार गाजीपुर में “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य” की थीम पर आधारित योग शिविर का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम आयुष्मान आरोग्य मंदिर के तत्वावधान में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम की शुरुआत गायत्री मंत्र के साथ हुई, जिसके पश्चात योग प्रशिक्षकों धीरज राय और सलमान हैदर ने उपस्थित कारागार अधिकारियों व बंदियों को विभिन्न योग मुद्राओं का अभ्यास कराया। इनमें सूर्य नमस्कार, कपालभाति, अनुलोम-विलोम, भुजंगासन और प्राणायाम शामिल रहे।
योग से आत्मिक शांति और ऊर्जा का अनुभव
योगाभ्यास के दौरान बंदियों ने मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव किया। प्रशिक्षकों ने बताया कि नियमित योग अभ्यास से कैदियों में तनाव कम होता है और अनुशासन की भावना विकसित होती है।
शरीर ही साधना का माध्यम: शिक्षाध्यापक
कारागार के शिक्षाध्यापक अभय मौर्या ने कहा कि शरीरमाद्यं खलु धर्मसाधनम्” — शरीर ही धर्म, कर्तव्य और साधना का पहला माध्यम है। योग भारत की प्राचीन ऋषि परंपरा से उपजा प्रकाश है, जो न केवल तन को स्वस्थ रखता है, बल्कि मन और आत्मा को भी संतुलित करता है।
इस अवसर पर जेल अधीक्षक आनंद शुक्ला, जेलर सुनीलदत्त मिश्रा, डिप्टी जेलर राजेश कुमार, जेल वार्डर अजय गुप्ता, विवेक यादव, शिक्षाध्यापक धर्मेंद्र श्रीवास्तव, अभय मौर्या समेत अनेक अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।

Author: Ujala Sanchar
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