वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ (MGKVP) में शुक्रवार को छात्रों द्वारा जोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया। बड़ी संख्या में छात्र शांतिपूर्ण धरने पर बैठे और विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ अपनी आवाज उठाई।
मीडिया से बात करते हुए छात्र नेताओं ने बताया कि विरोध की पृष्ठभूमि दो महीने पहले हुए दीक्षांत समारोह से जुड़ी है। समारोह में आए राज्यपाल ने सभी विश्वविद्यालयों में छात्रों के लिए मेस (भोजनालय) सुविधा शुरू करने की बात कही थी, ताकि विद्यार्थियों को उचित भोजन मिल सके और वे बिना किसी बाधा के पढ़ाई कर सकें।
छात्रों का आरोप है कि राज्यपाल के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद विश्वविद्यालय प्रशासन ने अब तक इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया। छात्र नेता ने कहा “हम जब वाइस चांसलर से मिलने जाते हैं तो वे सिर्फ दो–तीन बातें कहकर हमें भ्रमित कर देते हैं। हमने लिखित रूप में प्रशासन को कई बार रिमाइंडर भेजे, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।”
रिज़ल्ट में गड़बड़ी से छात्र परेशान
छात्रों ने रिज़ल्ट में हो रही भारी लापरवाही को भी प्रमुख मुद्दा बताया। उनका कहना है कि—
- कई छात्र फिफ्थ सेमेस्टर में पहुंच चुके हैं, लेकिन उनका सेकंड सेमेस्टर का रिज़ल्ट अभी तक जारी नहीं हुआ।
- कई छात्रों ने परीक्षा दी, पर रिज़ल्ट में एब्सेंट (अनुपस्थित) दिखाया जा रहा है।
- कुछ छात्राओं का भी यही हाल है—परीक्षा देने के बावजूद उन्हें रिज़ल्ट में अनुपस्थित घोषित कर दिया गया।
छात्रों ने इसे विश्वविद्यालय की “गोल–मोल लापरवाही” बताया और कहा कि छात्रों का भविष्य दांव पर लगा हुआ है।
प्रशासनिक अधिकारी नदारद
छात्रों ने यह भी बताया कि अब तक कोई भी प्रशासनिक अधिकारी धरना स्थल पर उनसे वार्ता करने नहीं पहुंचा। छात्रों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होंगी, विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।









