दीपोत्सव 2024: अयोध्या में पुष्पक विमान से उतरे प्रभु राम, मुख्यमंत्री योगी ने खींचा रथ

अयोध्या: अपने ‘लला’ के आगमन की खुशी में अयोध्या नगरी झूम रही है। अब इंतजार हो रहा है तो सिर्फ दीपोत्सव का। 500 वर्ष बाद ‘रामलला की मौजूदगी’ में आज रामनगरी में 35 लाख से अधिक व राम की पैड़ी पर 25 लाख से अधिक दीप प्रज्ज्वलित होंगे। बुधवार को दीपों के कीर्तिमान बनने से पहले ही अध्यात्म, संस्कृति व परंपरा का अनूठा संगम देखने को मिल रहा है।

इन आयोजनों के साक्षी बनने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय पर्यटन-संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, बृजेश पाठक, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही और पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह अयोध्या पहुंच चुके हैं । मुख्यमंत्री के साथ इन सभी नेताओं ने पहले पर्यटन विभाग द्वारा लगाई गई झांकी का अवलोकन किया। इसके बाद भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण की अगुआनी की। इसके बाद भगवान राम, माता सीता व लक्ष्मण लक्ष्मण काे रथ पर बैठाकर कार्यक्रम स्थल तक मुख्यमंत्री योगी समेत सरकार के मंत्रियों ने खींचा।

अयोध्या में भव्य राम मंदिर में रामलला के विराजमान होने के बाद यह पहला दीपोत्सव है। इसका इंतजार बेसब्री से न सिर्फ अयोध्या, उत्तर प्रदेश बल्कि समूचा देश कर रहा है। पूरी अयोध्या नगरी का दुल्हन की तरह शृंगार किया गया है। रामलला की मौजूदगी में यह पहला और योगी सरकार का आठवां दीपोत्सव है।

साकेत महाविद्यालय से कुल 18 झांकियां निकाली गईं। इसमें 11 सूचना व सात पर्यटन विभाग की हैं। यह झांकियां रामायण के प्रसंगों पर आधारित हैं। इस दौरान विभिन्न प्रदेशों के कलाकाराें ने अपनी संस्कृति का भी परिचय दिया। फरुआही, बमरसिया, मयूर, बहरूपिया, अवधी, थारू समेत अनेक लोकनृत्य कर लोगों को अपनी संस्कृति का परिचय दिया।

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मुख्यमंत्री की मौजूदगी में बनेगा महाआरती का रिकॉर्डमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में इस बार एक और बड़ा रिकॉर्ड बनने जा रहा है। यह रिकॉर्ड है सरयू तट पर महाआरती का। शाम को सरयू आरती में 1100 बटुक, 157 संत व मुख्यमंत्री मौजूद रहेंगे। सभी बटुक एक ही वेशभूषा में नजर आएंगे। तकरीबन 15 मिनट तक होने वाली आरती में इतनी संख्या में बटुकों का जुटना भी रिकॉर्ड है।

शाम से शुरू होगा दीपों का प्रज्ज्वलनशाम के समय ही दीपों को जगमग करने का कार्य शुरू होगा। 25 लाख दीपों को जगमग करने के लिए राम की पैड़ी समेत 55 घाटों पर 28 लाख दीये बिछाए गए हैं। इन्हें प्रज्ज्वलित करने की जिम्मेदारी अवध विश्वविद्यालय के 30 हजार वॉलंटियर्स को दी गई है। दीप जलने के बाद गिनीज बुक की टीम ड्रोन से गिनती कर आठ बजे तक रिजल्ट घोषित कर देगी।

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